प्रेगनेंट हैं और रखना हैं व्रत, तो इन बातों का रखें खास ख़्याल
प्रेग्नेंसी हर मां के लिए एक खास समय होता है
प्रेग्नेंसी हर मां के लिए एक खास समय होता है। वह अपने साथ अपने बच्चे की सेहत का पूरा ख़्याल रखती हैं कि किसी भी तरह शिशु को नुकसान न पहुंचे। गर्भावस्था में महिला को दो लोगों के लिए खाना होता है, ऐसे में डाइट बढ़ भी जाती है। गर्भवती महिलाओं को आमतौर पर हर थोड़ी देर में थोड़ा-बहुत खाने की सलाह दी जाती है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और पोषण की आवश्यकता भी पूरी हो जाती है।
जैसा कि आप जानते हैं कि 7 अक्टूबर से नवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो रहा है। ऐसे में सभी लोग व्रत रखते हैं। हालांकि, इस समय गर्भवती महिलाओं को व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती।अगर फिर भी आप नवरात्र में व्रत रखने की सोच रही हैं, तो आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगीं ताकि बच्चा और आप दोनों स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
प्रेगनेंट हैं और रखना हैं व्रत, तो इन बातों का रखें ख़्याल
कई गर्भवती महिलाएं भी इन पावन दिनों में व्रत रखना चाहती हैं। हालांकि, शिशु के विकास और मां की सेहत के लिए पोषण से भरपूर आहार बेहद ज़रूरी होता है, तो ऐसे में कैसे व्रत रखा जा सकता है? परेशान न हों हम बताएंगे कैसे। अगर आप हर थोड़ी देर में हेल्दी चीज़ें खाती रहेंगी, तो आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी। इस दौरान ध्यान रखें कि खाने के लिए भूख का इंतज़ार न करें, हर थोड़ी देर में खा लें। खासतौर पर कार्बोहाइड्रेट का सेवन जरूर करें।
कार्बोहाइड्रेट्स क्यों हैं ज़रूरी
हमारे शरीर में कार्ब्ज़ का बड़ा रोल होता है। यह न केवल मांसपेशियों और दिमाग़ को ऊर्जा देता है बल्कि साथ ही शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं। दो तरह के कार्ब्ज़ होते हैं, स्लो और फास्ट। फास्ट कार्ब में high glycemic index होता है, यानी इससे ज़्यादा तेज़ी से ऊर्जा मिलती है। साथ ही जल्दी प्रयोग में भी आ जाते हैं, जिससे आपको भूख भी जल्दी-जल्दी लगती है और वज़न बढ़ने लगता है। ब्रेड, शुगर, वेजिटेबल स्टार्च, फलों का जूस आदि जैसे प्रोसेस्ड फूड फास्ट कार्ब में गिने जाते हैं।
इसकी तुलना में स्लो कार्ब में low glycemic index होता है। जो शरीर में धीरे-धीरे ऊर्जा बनाते हैं और पेट को लंबे समय तक भरा भी रखते हैं। इसे ब्लड शुगर लेवल केंट्रोल में रहता है।
प्रेगनेंट हैं तो व्रत में क्या खाएं?
आप कुट्टु का आटा खा सकती हैं। इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, प्रोटीन, फास्फोरस, ज़िंक मैग्नीशियम और आयरन होता है। लेकिन पूरी की जगह इसकी रोटी बनाएं।
सामक की खिचड़ी या खीर खाई जा सकती है। साबूदाना वड़ा, आलू के चिप्स भी अच्छे विकल्प हैं। मखाने की खीर स्वादिष्ट होने के साथ हेल्दी भी होती है। साथ ही मौसमी फल और सब्ज़ियां भी खाएं।
आलू और साबुदाने में हाई कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, इसलिए आप इन्हें पालक, पत्तागोभी, टमाटर, शिमला मिर्च, घिया आदि जैसी हाई फाइबर वाली चीज़ों के साथ खा सकते हैं। खाने को फ्राई की जगह बेक, रोस्ट या ग्रिल करें।
थोड़ी-थोड़ी में खाना न भूलें और खुद को भूखा न रखें। नारियल पानी, नींबू पानी और छाछ पिएं।
Disclaimer: इन फेसमास्क को आज़माने से पहले पैच टेस्ट ज़रूर कर लें। कई बार प्राकृतिक चीज़ों से भी एलर्जी का ख़तरा होता है। इसे लगाने पर अगर जलन महसूस हो, तो फौरन पानी से धो लें। ज़्यादा तकलीफ होने पर अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह कर लें।