अपने व्यस्तम दिनों में अगर आप अपनी स्किन केयर रूटीन को फ़ॉलो नहीं कर पाती हैं, तो कोई बात नहीं. हम आपको थ्री स्टेप्स स्किन केयर रूटीन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप आसनी से फ़ॉलो करके अपने स्किन का ख़्याल रख सकती हैं. ये तीन स्टेप्स हैं, क्लेंज़िंग, मॉइस्चराइज़िंग और सनस्क्रीन.
क्लेंज़िंग
चेहरे पर जमा एक्स्ट्रा ऑयल, गंदगी और जमी हुई धूल को हटाने के लिए अपने दिन की शुरूआत और अंत, अपने चेहरे को एक सौम्य क्लेंज़र से साफ़ करके करें. सौम्य क्लेंज़र त्वचा की प्राकृतिक नमी बनाए रखने में मदद करता है और त्वचा की अन्य परेशानियों से बचा कर रखता है.
मॉइस्चराइज़िंग
अपने स्किन को मॉइस्चराइज़ करना बिल्कुल ना भूलें, चाहे वह किसी भी प्रकार की हो- ऑयली, ड्राय हो या फिर कॉम्बिनेशन. सभी तरह की त्वचा को हाइ्रेशन और नरेशमेंट की ज़रूरत होती है. मॉइस्चराइज़र्स आपकी स्किन में एक तरह का फ़िज़िकल बैरियर तैयार करते हैं, जिससे स्किन की हाइड्रेशन बनी रहती है.
एसपीएफ़ सनस्क्रीन
अपनी त्वचा को सूर्य की अल्ट्रा वाइलेट (यूवी) किरणों से बचाने के लिए रोज़ाना एसपीएफ़ सनस्क्रीन लगाएं. सनस्क्रीन क्रीम आपको हर मौसम में लगाना चाहिए बारिश के समय भी. व्यस्ततम दिनों में जब स्किनकेयर रूटीन की बात आती है, तो मॉइस्चराइज़र के बाद सनस्क्रीन दूसरा सबसे महत्वपूर्ण प्रॉडक्ट है. एजिंग के लिए सूर्य की ये किरणें सबसे जिम्मेदार कारणों में से एक है, इसलिए सनस्क्रीन का रोज़ाना इस्तेमाल बहुत ही ज़रूरी है. चाहे आप घर में हो या बाहर निकल रही हों.
अतिरिक्त देखभाल के लिए त्वचा को एक्सफ़ॉलिट करें
अगर आप अपनी त्वचा से अतिरिक्त प्यार जताना चाहती हैं, तो आप एक्सफ़ॉलिशन जोड़ सकती हैं. यह त्वचा पर जमी गंदगी को हटाने में मदद मिलती है, जो इरटेशन, ब्लैकहेड्स, वाइटहेड, मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधी परेशानियों का कारण बनते हैं. मार्केट में दो तरह के एक्सफ़ॉलिएशन मौजूद हैं-केमिकल एक्सफ़ॉलिएशन और मैन्यूल एक्सफ़ॉलिएशन. मैन्यूल एक्सफ़ॉलिएशन की तुलना में केमिकल एक्सफ़ॉलिएशन डेड सेल्स को हटाने में अधिक प्रभावी ढंग से काम करता है. ऑयली स्किन के लिए केमिकल एक्सफ़ॉलिएशन की ही सलाह दी जाती है, क्योंकि आयॅली स्किन ड्राय स्किन की अपेक्षा अधिक मोटी होती हैं. आप अपनी स्किन के हिसाब से एक्सफ़ॉलिएशन चुन सकती हैं.