आप सभी को सपने आते हैं लेकिन उनपर आपका नियंत्रण नहीं रहता. आप चाह कर भी किसी अच्छे सपने को लगातार नहीं देख सकते. या किसी बुरे सपने से छुटकारा नहीं पा सकते. भविष्य में यह संभव है कि आप अपने सपने को कंट्रोल कर सकें, वह भी हाथ में एक छोटी सी डिवाइस पहन कर. यानी आप अपने अच्छे सपनों को ज्यादा समय तक देख सकते हैं और बुरे सपनों को हटा सकते हैं. अमेरिकी वैज्ञानिक ऐसी डिवाइस बनाने में जुटे हुए हैं.
मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology - MIT) के साइंटिस्ट्स आपके सपने को हैक करने की जुगत में लगे हैं. इसे लेकर MIT के ड्रीम लैब (MIT's Dream Lab) में डिवाइस बनाई जा रही है. जिसकी मदद से आप अपने सपने को हैक कर सकेंगे. उसे बदल सकेंगे और उसपर पूरा नियंत्रण कर सकेंगे. यानी आप अपने सपने के कंटेंट के मालिक होंगे.
MIT Dream Lab के रिसर्चर एडम होरोविट्ज ने बताया कि उनके जीवन का एक हिस्सा सपने देखने में जाता है. इन सपनों पर अगर कंट्रोल कर लें तो उनका व्यक्तित्व और निखरेगा. आप रात में बुरा सपना देख कर सुबह परेशान नहीं होंगे. कई बार बुरे सपने ज्यादा देर तक दिमाग पर अपना असर छोड़ जाते हैं. हमें उम्मीद है कि इससे इंसानी दिमाग की क्षमता भी बढ़ेगी.
इस डिवाइस का नाम है डोरिमो (Dorimo). यह दस्ताने की तरह हथेलियों में पहना जाता है. इसमें कई प्रकार के सेंसर्स लगे हैं. डोरिमो सोते हुए इंसान की स्थिति को जांचता है. यह पता करता है कि सोता हुआ इंसान चेतना (Conscious) में है या अर्द्ध चेतना (Sub-Conscious) स्थिति में. जब इंसान इसके बीच की स्थिति में रहता है तो उसे हिप्नागोगिया (Hypnagogia) कहते हैं. अभी इसका ट्रायल 50 लोगों पर किया गया है. इस डिवाइस में और बदलाव करने बाकी हैं.
डोरिमो (Dorimo) हिप्नागोगिया में सोते हुए इंसान के दिमाग में बन रही तस्वीरों और आभासों को नियंत्रित करने में मदद करता है. हिप्नागोगिया (Hypnagogia) की स्थिति में इंसानों को अच्छी तस्वीरें दिखाई देती है. यानी सपने इसी समय आते हैं. उसे आवाजें सुनाई देती हैं. या फिर घटनाओं का आभास होता है. कई बार इंसान इस स्थिति में ऐसे काम करता है जो वह हकीकत में कर चुका होता है, या फिर करने की ख्वाहिश होती है.
डोरिमो (Dorimo) डिवाइस के अंदर प्री-रिकॉर्डेड मैसेजेस हैं. इन डिवाइस का उपयोग 50 लोगों पर किया गया. जैसे डिवाइस से एक शब्द सुनाई दिया टाइगर. इसके बाद इन सभी लोगों के सपने में टाइगर आया. इस डिवाइस की मदद से फिर इन 50 लोगों के सपने देखने के तरीकों, असर और बदलावों को नोटिस किया गया.
यूनिवर्सिटी ऑफ मॉन्ट्रियल में साइकेट्री के प्रोफेसर टोर निल्सन ने कहा कि यह एक बेहतरीन डिवाइस है. अपने सपने को हर कोई जीना चाहता है. उसे नियंत्रित करना चाहता है. आप इस डिवाइस की मदद से उड़ सकते हैं, गा सकते हैं, घूम सकते हैं या फिर सेक्स कर सकते हैं. इसकी वजह से दिखने वाले सपने वर्चुअल रियल्टी से ज्यादा स्पष्ट और आभासी होंगे.
सपने को नियंत्रित करने को लेकर विकसित किए जा रहे डिवाइस और इसके पीछे का विज्ञान कितना कारगर होगा, इसे लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक अभी दुविधा में है. क्योंकि ये डिवाइस आवाज सुनाकर या किसी तरह का बायोलॉजिकल संदेश भेजकर आपके सपने को नियंत्रित करेगा. ऐसे समय में किसी इंसान की दिमागी हालत क्या है, वो जान पाना अभी मुश्किल है.
यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना में नींद और सपनों के एक्सपर्ट रुबिन नायमन ने कहा कि अद्ध-चेतना यानी सब-कॉन्सियसनेस अपने आप में एक अलग स्तर का इंटेलिजेंस है. हम उससे सीख सकते हैं. हम उसे दबा नहीं सकते है. जब आप अपने अर्द्ध-चेतना वाली कंडिशन में होते हैं तब उसमें तोड़-फोड़ या बदलाव करने की जरूरत शायद खतरनाक हो.