शोधकर्ताओं के अनुसार इम्युनिटी बढ़ाने में भी है मददगार खमीरी रोटियां

खमीरी रोटियां हो या दही-पनीर का सेवन

Update: 2021-07-17 09:38 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | खमीरी रोटियां हो या दही-पनीर का सेवन, फर्मेंटेशन भोजन के पोषक तत्व बढ़ाने का एक बेहतरीन तरीका है। भारतीय भोजन में खमीरीकृत खाद्यों का अपना विशेष स्थान है। असल में ये गट में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखने में मददगार होते हैं। हाल ही में आया एक नया अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि फर्मेंटेड फूड गट हेल्थ के लिए फायदेमंद है।

क्या था अध्ययन

परीक्षण में, 36 स्वस्थ वयस्कों को 10-सप्ताह के लिए एक डाइट प्लान दिया गया, जिसमें या तो फर्मेंटेड या उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ शामिल थे। दो आहारों का गट माइक्रोबायोम और प्रतिरक्षा प्रणाली पर अलग-अलग प्रभाव पड़ा। दही, केफिर, फर्मेंटेड पनीर, किमची और अन्य फर्मेंटेड सब्जियां, पेय, और कोम्बुचा टी जैसे खाद्य पदार्थ खाने से समग्र माइक्रोबियल में वृद्धि हुई।

माइक्रोबायोलॉजी और इम्यूनोलॉजी के एक सहयोगी प्रोफेसर, पीएचडी, जस्टिन सोनेनबर्ग ने कहा कि "यह एक आश्चर्यजनक खोज है, यह एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे खानपान में कुछ परिवर्तन आपकी गट हेल्थ के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।"

इसके अलावा, चार प्रकार की प्रतिरक्षा कोशिकाओं ने फर्मेंटेड फूड ग्रुप में कम सक्रियता दिखाई। रक्त के नमूनों में मापे गए 19 इन्फ्लेमेटोरी प्रोटीन के स्तर में भी कमी आई है। इन प्रोटीनों में से एक, इंटरल्यूकिन 6, रूमेटोइड गठिया, टाइप 2 मधुमेह और तनाव जैसी स्थितियों से जुड़ा हुआ है।

फर्मेंटेड फूड्स का सेवन आपकी गट हेल्थ के लिए आवश्यक है। चित्र-शटरस्टॉक।फर्मेंटेड फूड्स का सेवन आपकी गट हेल्थ के लिए आवश्यक है। चित्र-शटरस्टॉक।

फाइबर युक्त डाइट ग्रुप में क्या देखने को मिला

इसके विपरीत, फलियां, बीज, साबुत अनाज, नट, सब्जियां और फलों से भरपूर उच्च फाइबर आहार को सौंपे गए प्रतिभागियों में इन 19 इन्फ्लेमेटोरी प्रोटीनों में से कोई भी कम नहीं हुआ। औसतन, उनके गट के रोगाणुओं की विविधता भी स्थिर रही।

बुनियादी जीवन विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और प्रतिरक्षा विज्ञान में एक वरिष्ठ शोध वैज्ञानिक, एरिका सोनेनबर्ग, पीएचडी ने कहा, "हमें उम्मीद थी कि उच्च फाइबर का अधिक लाभकारी प्रभाव होगा और माइक्रोबायोटा विविधता में वृद्धि होगी। मगर आंकड़े बताते हैं कि थोड़े समय में अकेले फाइबर का सेवन माइक्रोबायोटा विविधता को बढ़ाने के लिए अपर्याप्त है।"

अध्ययन के अनुसार हमारी डाइट माइक्रोबायोम को आकार देती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली और समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। गार्डनर के अनुसार, कम माइक्रोबायोम बैक्टीरिया को मोटापे और मधुमेह से जोड़ा गया है।

इम्युनिटी बढ़ाने में भी है मददगार

गार्डनर ने कहा, "हम एक प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट अध्ययन करना चाहते थे, जो यह परीक्षण कर सके कि क्या माइक्रोबायोटा-लक्षित भोजन इन्फ्लेमेशन संबंधी बीमारियों में भारी वृद्धि का मुकाबला करने का एक तरीका हो सकता है।"

शोधकर्ताओं ने अपने संभावित स्वास्थ्य लाभों की पिछली रिपोर्टों के कारण फाइबर और फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों पर ध्यान केंद्रित किया। जहां उच्च फाइबर आहार मृत्यु दर की कमी से जुड़ा हुआ है, तो वहीँ फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों की खपत वजन बनाए रखने में मदद कर सकती है और मधुमेह, कैंसर और कार्डियोवैस्कुलर बीमारी के जोखिम को कम कर सकती है।

अब शोधकर्ताओं का लक्ष्य यह जांचना है कि क्या फर्मेंटेड भोजन के सेवन से चयापचय रोग संबंधी रोगियों में और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार होता है।


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