शुगर को कंट्रोल करने में मददगार है आक के पत्ते
आयुर्वेद में आक के पत्ते से भी इलाज किया जाता है
इन दिनों भाग-दौड़ की जिंदगी में शुगर जैसी बीमारी एक बड़ा खतरा बन गई है और यह बीमारी एक साइलेंट किलर है। इसलिए बहुत जल्दी लोगों का ध्यान इस पर नहीं जाता है। आज के समय में आयुर्वेद में न जानें ऐसी कितनी औषधियां हैं जो स्वस्थ रहने में मदद करती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि शुगर जैसी घातक बीमारी से भी आयुर्वेद के माध्यम से निजात पाया जा सकता है।
हम बात कर रहे हैं एक ऐसे पत्ते की जो शुगर को कंट्रोल करने में आपको बहुत मदद करेगा। आइए जानते हैं कि शुगर को कंट्रोल करने के लिए आक के पत्ते का कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
Sugar Control: आक के पत्ते के फायदे
आयुर्वेद में आक के पत्ते से भी इलाज किया जाता है। बता दें कि आक के पत्ते के अंदर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। वहीं, इसके इस्तेमाल से पेट की कई समस्या जैसे कब्ज, दस्त आदि से भी राहत मिलती है। आक का पत्ता शरीर में ऐंठन, जोड़ों के दर्द, दांतों की समस्याओं के लिए बेहद असरदार माना जाता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए आक के पत्ते रामबाण माने जाते हैं। ऐसे में डायबिटीज मरीज आक के पत्तों को सुखाकर पाउडर बना लें। फिर आक के पत्तों के बने पाउडर को नियमित रूप से 10 ML पानी में मिलाकर पिएं। अगर आप चाहें तो रात को सोने से पहले आक के पत्तों को पैर के तलवों पर बांध सकते हैं और फिर सुबह उठने के बाद उसे हटा दें। ऐसा करने से भी शुगर कंट्रोल किया जा सकता है