कई बार हमने सुना है कि रात का खाना जल्दी खा लेना चाहिए, लेकिन सोचिए हममें से कितने लोग इसका पालन करते होंगे और कितने लोग देर रात खाना खाते होंगे?
कई लोग ऐसे होते हैं, जिनका ऑफिस से आने का समय 10 बजे होता है, फिर वे डिनर कर लेते हैं। रात 9 बजे के बाद खाना सेहत के लिए खतरनाक होता है। कई लोग वीकेंड पर रात में जागते हैं और स्नैक्स का डिब्बा लेकर बैठ जाते हैं। ये सभी आदतें खतरनाक साबित हो सकती हैं।
आजकल ज्यादातर लोग मधुमेह और मोटापे से पीड़ित हैं। क्या आप जानते हैं कि कम उम्र में ही लोगों को ऐसी समस्याएं क्यों हो जाती हैं? देर रात खाने की आदत से आपका शुगर, बीपी और मोटापा बढ़ सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि रात के खाने और सोने के बीच करीब दो से तीन घंटे का अंतर होना चाहिए। इससे खाना आसानी से पच जाता है, हालांकि ज्यादातर लोग इस बात का पालन नहीं करते हैं। डायबिटीज और मोटापे से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
ग्लूकोज और मेटाबॉलिज्म की समस्या
देर रात को खाने से इंसान के शरीर में ग्लूकोज और मेटाबॉलिज्म की समस्या हो जाती है। इससे शरीर मधुमेह, मोटापा और अन्य गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाता है।
सामान्य उपवास की स्थिति में समस्या
रात में देर से भोजन करने से भोजन को शरीर की सामान्य उपवास अवस्था तक पहुंचने में काफी समय लगता है। इससे खाना पचने में भी मुश्किल हो जाती है। सामान्य उपवास का अर्थ है एक भोजन से दूसरे भोजन पर जाना। इसमें आमतौर पर लगभग आठ से दस घंटे लगते हैं।
देर रात भूख लगे तो क्या खाएं
आजकल ज्यादातर लोग रात को काम करते हैं, जिससे रात में भूख लगना स्वाभाविक है। इसलिए लोग पैक्ड और तला हुआ खाना खाते हैं। जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो इससे बचना चाहिए। अगर आपको खाना ही है तो आप घर पर सादा खाना खा सकते हैं। यहां तक कि घर के भोजन में भी बहुत अधिक तेल, चीनी या मसाले नहीं होने चाहिए। अगर आप रात को चाय या कॉफी पीते हैं तो इसके साथ भुना मक्खन, मेवे या बीज खा सकते हैं।