महंगाई की मार से सब बेहाल, गुजरात में नींबू 300 रुपये किलो के पार हुआ, तो उत्तराखंड में आसमान छू रहे सब्जियों के दाम
पेट्रोल-डीजल के आसमान छूती कीमतों के बाद अब आम आदमी गर्मी से राहत पाने के लिए नींबू पानी भी नहीं पी सकता.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पेट्रोल-डीजल के आसमान छूती कीमतों के बाद अब आम आदमी गर्मी से राहत पाने के लिए नींबू पानी भी नहीं पी सकता. नींबू के दाम (Lemon price hike) भी अब जनता की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं. गर्मियों में बढ़ते तापमान के बीच नींबू की मांग भी काफी बढ़ गई है. जिससे कई जगह नींबू 300 रुपये किलो को पार कर गया है. आलम यह है कि कई जगहों पर 10 रुपये में एक ही नींबू मिल रहा है. गुजरात (Gujarat) के सूरत (surat) में भी नींबू के दाम बहुत अधिक बढ़ गए हैं. 'एक सब्जी थोक व्यापारी ने बताया कि पिछले साल आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में चक्रवात के दौरान नींबू के पौधों को भारी नुकसान हुआ था फसल कम होने के कारण नींबू की कीमत में भारी वृद्धि हुई है'
नींबू 300 रुपये किलो के पार
उत्तराखंड में सब्जियों के दाम बढ़े
मंहगाई की मार देश का हर राज्य झेल रहा है. बात अगर उत्तराखंड (Uttarakhand) की करें तो यहां पिछले 17 दिनों में पेट्रोल और डीज़ल के दामकरीब 10 रुपये तक बढ़ चुके हैं. कुछ ही दिन पहले 100 रुपये किलो तक बिकने वाला नींबू 300 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंचा है. इसी के ही साथ हरिद्वार (Haridwar) में ईंधन के दाम बढ़ने से सब्जियां और फल काफी ऊंचे दाम पर बेची जा रही हैं. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि लगभग सभी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, अब तो नींबू 200-250 रुपये प्रति किलो बिक रहा है और लौकी 30-35 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रही हैं.
थोक रेट में भी 180 रुपए प्रति किलो नींबू
वर्तमान में नींबू के थोक रेट 160 से 180 रुपए प्रतिकिलो तक चल रहा है. मार्च की शुरुआत में यह 60-70 और आखिरी में 100 रुपए किलो तक बिक रहा था, लेकिन गर्मी बढ़ने की वजह से रेट 50 से 60 रुपए किलो तक बढ़ गए हैं.