Bhavnagar: गुजरात के भावनगर जिले में स्थित शाश्वत जैन तीर्थ पालीताणा की गोद में अनंत सिद्धों की पावन भूमि श्री सिद्दवड़ में जिनशासन का सबसे बड़ा उपधान तप पुण्य सम्राट श्रीमद विजय जयंतसेन सुरीश्वरजी महाराज के पट्टधर वर्तमान सौधर्म बृहदतपा गच्छाधिपति श्रीमद विजय नित्यसेन सुरीश्वरजी महाराज आदि शताधिक साधु साध्वी भगवंत की निश्रा में 02 फरवरी को संपन्न हुआ।
उक्त जानकारी देते हुए रजत कावड़िया ने बताया कि, पुण्य सम्राट गुरुदेव के परमभक्त परिवार थराद निवासी दीवालीबेन लल्लूभाई दोशी परिवार द्वारा यह 45 दिवसीय उपधान तप आराधना जयंतोत्सव का आयोजन किया गया जिसमे 2200 आराधकों ने भाग लिया, तो वही 1000+ आराधकों ने मोक्षमाला पहनकर अपने जीवन का प्रथम उपधान तप पूर्ण किया। साथ ही कावड़िया ने बताया कि इस आराधना में विविध समुदाय के आचार्य, साधु - साध्वी भगवंत के साथ प्रतिदिन लगभग 1000 से अधिक गुरुभक्त इस आयोजन का दर्शन करने यह पधारे।
पुण्य सम्राट की कृपा से ही सब संभव हुआ है |
मोक्षमाला के अवसर पर पूज्य गच्छाधिपतिश्री ने कहा कि, ये सब पुण्य सम्राट की कृपा का ही प्रतिफल है, उनके ही दिव्य आशीर्वाद से ये आयोजन निर्विघ्न पूर्ण हुआ है, कितने ही व्यवधान को कितनी सरलता से गुरुकृपा ने दूर किया किसी को अहसास भी नहीं होने दिया कि यहां किसी प्रकार की कोई परेशानी आई भी हो। आज मेरी निश्रा में जितने भी आयोजन हो रहे है, वो सब मेरे गुरुदेव पुण्य सम्राट कर रहे है, मेरी इतनी ताकत नहीं। प्रथम मोक्षमाला पहनाने का लाभ थराद निवासी दोशी बबीबेन छोटालाल हठीसिंगभाई, दोशी निर्मलाबेन रसिकभाई छोटालाल परिवार ऊंचा चढ़ावा लेकर लिया। लाभार्थी दोशी परिवार के शशिभाई एवं चिंतनभाई, अनुजभाई परिवार का बहुमान श्री जयंतसेन म्यूजियम ट्रस्ट मोहनखेड़ा, परिषद परिवार, पेपराल तीर्थ ट्रस्ट, सहित अनेक संस्थानों ने किया |