प्रेगनेंसी के समय मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में लाभकारी हैं ये टिप्स

मां बनना हर महिला के लिए सुखद अहसास होता है

Update: 2021-07-29 14:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| मां बनना हर महिला के लिए सुखद अहसास होता है, लेकिन इसके साथ ही कई तरह की समस्याएं भी महिला को झेलनी पड़ती हैं. ज्यादातर समस्याएं शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलावों की वजह से होती हैं. मॉर्निंग सिकनेस भी हर गर्भवती महिला की एक कॉमन समस्या है. मॉर्निंग सिकनेस की वजह से महिलाओं को उल्टी आना, चक्कर आना, भूख न लगना, घबराहट, मितली, सिरदर्द वगैरह महसूस होता है. ज्यादातर ये समस्या पहली तिमाही में सामने आती है, वहीं कुछ महिलाओं को पूरे प्रेगनेंसी पीरियड में इन समस्याओं को झेलना पड़ता है. यहां जानिए कुछ ऐसे तरीके जो आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं.

1. जब भी आप सुबह सोकर उठें तो कुछ कदम चलें जरूर, इससे आप काफी अच्छा महसूस करेंगी.

2. सुबह के समय ज्यादा देर तक पेट रहना खतरनाक हो सकता है. अगर आपको मॉर्निंग सिकनेस की प्रॉब्लम है तो सुबह उठकर पहले कुछ खाएं फिर कोई काम करें.

3. अगर उल्टी या मितली महसूस हो तो नींबू में काला नमक लगाकर चाटें या अदरक के छोटे से टुकड़े में नींबू और काला नमक लगाकर धीरे धीरे उसका रस निगलें.

4. मॉर्निंग सिकनेस की समस्या को दूर करने में सौंफ के बीज भी काफी कारगर हैं. आप इन्हें हमेशा पास रखें. जब भी जी घबराए या उल्टी जैसा महसूस हो, आप सौंफ के बीज का सेवन कर सकती हैं.

5. प्रेगनेंसी के दौरान अपने खानपान का खयाल रखें ताकि आपका डाइजेशन सिस्टम ठीक रहे. तली भुनी चीजों से परहेज करें. खाने में फल और फलों के रस का सेवन करें.

6. हर घंटे में पानी पीने की आदत डालें. सुबह उठकर ऑर्गेनिक टी लें. इसके लिए आप सौंफ का पाउडर, दालचीनी का पाउडर और जीरे के पाउडर को मिलाकर एक बॉटल में भर लें. सुबह इसे पानी में डालकर उबालें. चाय की तरह पिएं.

7. जब भी वॉमेटिंग सेंस बने, आप एक या दो छोटी हरी इलाएची मुंह में रखकर चबाएं. इसे उल्टी आना और जी मिचलाने की समस्या को दूर करने का सबसे असरदार आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है.

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