एक देश के ही भीतर!
यह तो अक्सर सुना जाता है कि कोई देश अपने नागरिकों को किसी वैसे देश में ना जाने की सलाह देता है,
यह तो अक्सर सुना जाता है कि कोई देश अपने नागरिकों को किसी वैसे देश में ना जाने की सलाह देता है, जहां वह हालात को खतरनाक मानता है। लेकिन इसके पहले यह कभी नहीं सुना गया था कि भारत के अंदर एक राज्य भी ऐसा परामर्श अपने निवासियों को दूसरे राज्य के बारे में देता है। इसीलिए जब ये खबर आई कि असम सरकार ने अपने निवासियों को मिजोरम ना जाने की सलाह दी है, तो सिर्फ हैरत ही नहीं, बल्कि एक किस्म का सदमा भी लगा। लेकिन जल्द ही बात उससे भी आगे बढ़ती दिखी। खबर यह आई कि मिजोरम में हाल में हुई हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में दायर एफआईआर में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को भी अभियुक्त बनाया गया है। क्या इसे पहले कभी सोचा गया था? आखिर भारत कहां जा रहा है? अगर गहराई से सोचें तो जब देश के सत्ताधारी खुद लगातार माहौल को गरमाए रखने, जन समूहों को आक्रोश में रखने और हालात को उबाल पर रखने के उपाय ढूंढते रहते हों, तो आखिर जो माहौल बना रहेगा, वह धीरे-धीरे रंग लाएगा ही।