भाजपा ने जो बताया
नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में फेरबदल की खबर के लाइव प्रसारण के समय एक टीवी चैनल पर अचानक ये बताया गया कि मोदी सरकार ने नए मंत्रियों की जो प्रोफाइल भेजी है, उसमें कुछ नई बातें हैँ।
नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में फेरबदल की खबर के लाइव प्रसारण के समय एक टीवी चैनल पर अचानक ये बताया गया कि मोदी सरकार ने नए मंत्रियों की जो प्रोफाइल भेजी है, उसमें कुछ नई बातें हैँ। अनुभवी पत्रकारों ने कहा कि ऐसा उन्होंने इसके पहले कभी नहीं देखा था। नए मंत्रियों के परिचय में यह उल्लेख है कि वे किस जाति और उस जाति समूह की किस उप जाति से आते हैँ। जिस क्षेत्र से आते हैं उसका भी ब्योरा दिया साफ शब्दों में दिया गया था। यानी भाजपा यह मेसेज समाज में देना चाहती थी कि मंत्रिपरिषद की नई संचरना तय करते समय उसने किस तरह की 'सोशल इंजीनियरिंग' की है। 'सोशल इंजीनियरिंग' की धारणा 1990 के दशक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भीतर स्वीकृत हुई थी। उसके मुताबिक हिंदू समाज की जातीय रचना को स्वीकार करते हुए हिंदुत्व की परियोजना को व्यापकता देने की बात कही गई थी। कहा जा सकता है कि मंत्रिपरिषद के ताजा विस्तार के साथ ये समझ अपने चरम पर पहुंच गई है।