Vijay Garg: फल और सब्जियों को चमकाने के लिए अक्सर केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इन रसायनों का उद्देश्य फल-सब्जियों को अधिक आकर्षक और ताजा दिखाना होता है, लेकिन इससे उनके पोषण और सुरक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कुछ प्रमुख केमिकल्स जो इस उद्देश्य के लिए इस्तेमाल होते हैं:
1. वैक्स कोटिंग :
फलों, जैसे सेब, संतरा और अंगूर पर पॉलिश करने के लिए वैक्स का इस्तेमाल होता है।
प्राकृतिक वैक्स, जैसे कैरनौबा वैक्स, अपेक्षाकृत सुरक्षित होते हैं, लेकिन सिंथेटिक या पेट्रोलियम आधारित वैक्स स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
ये वैक्स फलों की सतह पर बैक्टीरिया या फंगस को पनपने से रोकते हैं और उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ाते हैं।
2. एथीफॉन :
कच्चे फलों को पकाने और रंग चमकाने के लिए एथीफॉन या कार्बाइड जैसे रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है।
कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग प्रतिबंधित है, क्योंकि यह गैस पैदा करता है, जो कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
3. डाई और रंग :
सब्जियों जैसे गाजर और मिर्च को अधिक गहरा और चमकीला दिखाने के लिए रंगों का उपयोग होता है।
ये कृत्रिम रंग, खासकर जो खाने के लिए सुरक्षित नहीं हैं, गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
4. एंटीफंगल और प्रिजर्वेटिव :
फलों और सब्जियों पर कवक और फफूंदी को रोकने के लिए थायाबेंडाज़ोल और अन्य रसायन लगाए जाते हैं।
इनका अत्यधिक उपयोग विषाक्तता और एलर्जी का कारण बन सकता है
स्वास्थ्य पर प्रभाव:
1. त्वचा की समस्याएं: केमिकल्स से एलर्जी या त्वचा में जलन हो सकती है।
2. अंदरूनी विषाक्तता: ये रसायन लंबे समय तक शरीर में रहकर आंतरिक अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3. कैंसर का खतरा: कुछ रसायन, जैसे कैल्शियम कार्बाइड, कैंसरजनक हो सकते हैं।
4. गर्भावस्था पर प्रभाव: ये हानिकारक केमिकल्स गर्भस्थ शिशु के विकास में बाधा डाल सकते हैं।
रोकथाम और सावधानियां:
1. साफ पानी से धोना: फलों और सब्जियों को अच्छी तरह धोकर इन रसायनों को हटाया जा सकता है।
2. बेकिंग सोडा या नमक का उपयोग: इन्हें पानी में मिलाकर धोने से रसायन हटाने में मदद मिलती है।
3. ऑर्गेनिक खरीदें: जैविक उत्पादों में रसायनों का उपयोग न्यूनतम होता है।
4. छिलका हटाएं: यदि संभव हो, तो फलों का छिलका उतारकर खाएं।
सरकार और संबंधित एजेंसियों को इन रसायनों के उपयोग पर सख्त नियंत्रण रखना चाहिए, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य उत्पाद मिल सकें।
विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल मलोट पंजाब