पुरानी पेंशन स्कीम यानी ओपीएस और नई पेंशन स्कीम यानी एनपीएस में बहुत ज्यादा अंतर है। एनपीएस को लॉलीपॉप कहें तो गलत नहीं होगा। ओपीएस के दायरे में आने पर कर्मचारियों को वेतन का तकरीबन पचास फीसदी पेंशन और महंगाई भत्ता मिलता है और पेंशनर की मृत्यु के बाद पत्नी को भी फैमिली पेंशन का ताउम्र फायदा मिलता है। ओपीएस के लागू होने पर केवल हाल में सेवारत एनपीएस कर्मचारियों और उनके परिवार को ही फायदा नही होगा, बल्कि हाल के ओपीएस कर्मचारियों के बच्चों के लिए और जनता के हर तबकों के बच्चों के लिए भी वरदान साबित हो सकता है जो सरकारी व अर्धसरकारी नौकरी पाने के लिए कतार में लगे होंगे। जो कर्मचारी कांट्रैक्ट या आउटसोर्स पर लगे हैं, वे जब रेगुलर होंगे तो वे भी ओपीएस के हकदार बन सकते हैं।
-रूप सिंह नेगी, सोलन
By: divyahimachal