साहित्यिक समारोहों की यात्रा जारी रहे…

आज एक साहित्यिक समारोह में जालंधर हूं और सोच रहा हूं कि कोरोना के बाद संभवतः यह पहला साहित्यिक समारोह है जिसमें भाग लेने पहुंचा हूं

Update: 2021-11-29 18:33 GMT

आज एक साहित्यिक समारोह में जालंधर हूं और सोच रहा हूं कि कोरोना के बाद संभवतः यह पहला साहित्यिक समारोह है जिसमें भाग लेने पहुंचा हूं। डेढ़ दो साल तो सारी गतिविधियां बुरी तरह कोरोना ने लील ली थीं और इसीलिए सन् 2020 में कोई बड़ा साहित्यिक आयोजन नहीं हुआ । यहां तक कि हरियाणा साहित्य अकादमी ने भी अवॉर्ड की राशि घर चैक के रूप में भेजनी शुरू कर दी। अन्य राज्यों की अकादमियों ने भी शायद ऐसे ही कदम उठाए हों। अब जालंधर में पंजाब कला साहित्य अकादमी ने यह हौसला किया। सिमर सदोष इसे पच्चीस साल से आयोजित करते आ रहे हैं और अब तो पंकस के अवॉर्ड बड़ी प्रतिष्ठा के अवॉर्ड हो चुके हैं। इनके हौसले को सलाम। सिमर सदोष से पहले जालंधर दूरदर्शन के समाचार संपादक व प्रसिद्ध उपन्यास 'धरती धन न अपना' के लेखक जगदीश चंद्र वैद भी जालंधर में साहित्यिक आयोजन करते रहे और उनके बाद यह मोर्चा सिमर सदोष ने संभाला। यह साहित्यिक यात्रा चलती रहे।

इधर हिमाचल में पूर्व आईएएस अधिकारी व रचनाकार विनोद प्रकाश शलभ और कथाकार एसआर हरनोट ने भी मिलकर शिमला में हिमाचल के वरिष्ठ लेखकों को 'नवल प्रयास' की ओर से सम्मानित किया था जिसमें मुझे भी अतिथि के रूप में आमंत्रित किया तो सभी रचनाकारों के चेहरों पर जो खुशी देखी वह भूल नहीं पाया। सम्मान पाकर कौन गर्व महसूस न करेगा? इस तरह नए रचनाकारों में भी उत्साह व आशा का संचार होता है। हिमाचल में हरनोट व गुप्ता की जोड़ी अनेक कार्यक्रम कर चुकी है और यह सिलसिला बना रहे, यही दुआ है। इसी प्रकार आरडी शर्मा भी शिमला में सक्रिय हैं और आयोजन करते रहते हैं। व्यंग्य यात्रा ने भी प्रतिवर्ष दिए जाने वाले रवींद्रनाथ त्यागी सम्मान शीर्ष और सोपान सम्मान 2020 तथा 2021 का आयोजन दिल्ली के हिंदी भवन में 4 सितंबर को किया। इसी दिन व्यंग्य यात्रा आलोचना एवं रचना पुरस्कार दिए गए।
-कमलेश भारतीय, साहित्यकार


Tags:    

Similar News

-->