स्वार्थी बिचौलिए
चीन शातिर दिमाग है। वह दुनिया पर अपने अधिकार जमाने या फिर अपने आप को दुनिया का सुपर पावर मानने के मुंगेरी लाल जैसे हसीन सपने देखता है।
Written by जनसत्ता: चीन शातिर दिमाग है। वह दुनिया पर अपने अधिकार जमाने या फिर अपने आप को दुनिया का सुपर पावर मानने के मुंगेरी लाल जैसे हसीन सपने देखता है। रूस और यूक्रेन के ताजा तनाव वाले हालातों में भी यह अपने स्वार्थ सिद्ध करने की कोशिश करेगा, लेकिन इसकी इस समय की गई छोटी-सी गलती भी दुनिया पर भारी पड़ सकती है, क्योंकि इसकी छोटी-सी गलती दुनिया को विश्व युद्ध की ओर धकेल सकती है, लेकिन इसे यह नहीं भूलना चाहिए कि विश्व युद्ध के दुष्प्रभावों से यह भी नहीं बच पाएगा।
रूस बेशक हमारे देश का हितैषी रहा है, और दोनों देशों में मधुर संबंध भी है, लेकिन रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच नापाक चीन आता है, तो यह हमारे देश के लिए ही नहीं, बल्कि सारी दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे विश्व युद्ध की संभावना बढ़ जाएगी, और अगर विश्व युद्ध होता है तो सारी दुनिया खाक में मिल जाएगी।
हमारे देश के प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात कर युद्ध समाप्त करने के लिए कहा है। दुनिया के दूसरे देशों को भी इन दोनों के बीच समझौता करवाने के लिए गंभीरता दिखानी चाहिए। अमेरिका को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए, जो जलती आग में घी का काम करे। जापान के दो शहरों नागाशाकी और हिरोशिमा के लोग आज तक अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिराए जाने के बुरे परिणाम झेल रहे हैं।