दुनिया में नई लामबंदियां शुरू हो गई हैं। एक तरफ अमेरिका ने चीन को घेरने की अपनी योजना पर तेजी से अमल शुरू कर दिया है। उसने एक साथ चीन और रूस दोनों के प्रति हमलावर रुख अपनाया है। नतीजा यह हुआ है कि चीन और रूस अब ज्यादा करीब आने को मजबूर हो गए हैं। पिछले हफ्ते अमेरिका और चीन के बीच अलास्का नाकाम रही। वहां अमेरिका और चीन के मतभेद कड़वाहट के साथ खुल कर सामने आ गए। दूसरी तरफ एक टीवी इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के 'हत्यारा' होने की राय से सहमति जता दी। चीन और रूस में इसकी तीखी प्रतिक्रिया होना लाजिमी है। तो रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बीजिंग यात्रा शुरू की है, जिसे चीन हाई प्रोफाइल बना दिया है। उधर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक के लिए ब्रसेल्स पहुंच गए हैं।