विपक्षी एकता पर सवाल
एनसीपी प्रमुख और राष्ट्रीय राजनीति के कद्दावर नेता शरद पवार के घर पर मंगलवार को हुई 'लाइक माइंडेड' लोगों की बैठक विपक्षी एकता की दिशा में कितनी बड़ी पहल है,
एनसीपी प्रमुख और राष्ट्रीय राजनीति के कद्दावर नेता शरद पवार के घर पर मंगलवार को हुई 'लाइक माइंडेड' लोगों की बैठक विपक्षी एकता की दिशा में कितनी बड़ी पहल है, इस सवाल पर जाने से पहले यह देख लेना ठीक होगा कि खुद इस पहल से जुड़े लोग इसे कितनी अहमियत दे रहे हैं। जिन शरद पवार के घर यह बैठक हुई, वह खुद को मेजबान तक मानने को तैयार नहीं। कहा जा रहा है कि बैठक के लिए आमंत्रण यशवंत सिन्हा ने भेजा था, इसलिए बैठक उन्हीं की बुलाई हुई मानी जाएगी। जिनकी बुलाई हुई बैठक थी, वह भी बैठक के बाद मीडिया के सामने नहीं आए। जो लोग मीडिया के सामने आए, उनकी भी ज्यादा मेहनत यही साबित करने में लगी कि यह कोई राजनीतिक बैठक नहीं थी, न ही इसका मकसद विपक्षी दलों का कोई साझा मोर्चा वगैरह बनाना था। यह भी कहा गया कि भले कांग्रेस से कोई इस बैठक में शामिल नहीं हुआ, लेकिन इसका मतलब यह न माना जाए कि यहां कांग्रेस के बगैर विपक्षी एकता की खिचड़ी पकाने का कोई प्रयास हो रहा था। बहरहाल, इन तमाम सफाइयों और स्पष्टीकरणों से बैठक की अहमियत कम नहीं होती, इनसे सिर्फ यह अंदाजा मिलता है कि विपक्ष की राजनीति की जटिलता आज कितनी बढ़ गई है।