'जांबाज' उड़ता पंजाब और आंदोलन का इतिहास शायद यह लंबे समय तक चलने का नया रिकॉर्ड बना रहा है
अभिनेता फिरोज खान की फिल्म ‘धर्मात्मा’ मारिया पुजो की कहानी ‘द गॉडफादर’ से प्रेरित पहली हिंदुस्तानी फिल्म थी
जयप्रकाश चौकसे का कॉलम:
अभिनेता फिरोज खान की फिल्म 'धर्मात्मा' मारिया पुजो की कहानी 'द गॉडफादर' से प्रेरित पहली हिंदुस्तानी फिल्म थी। इस फिल्म की शूटिंग कुछ दिनों तक अफगानिस्तान में हुई थी। फिल्म में मरी हुई भेड़ पर अधिकार पाने के लिए हिंसक खेल 'बुजकशी' को प्रस्तुत किया गया था। कहते हैं कि अफगानिस्तान से नशीले ड्रग्स की तस्करी की जाती रही है।
फिरोज खान की श्रीदेवी अभिनीत फिल्म 'जांबाज' में नशीले पदार्थ के सेवन से शुरू हुई बीमारी का विवरण भी प्रस्तुत किया गया था। हाजी मस्तान के जीवन से प्रेरित मिलन लुथरिया की फिल्म 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई' में हाजी मस्तान घड़ियों की तस्करी से पैसा कमाता है और नशीली दवाओं का व्यापार करने से इंकार कर देता है। उसका शागिर्द दाऊद इब्राहिम ड्रग्स व्यापार के मुनाफे को नहीं छोड़ना चाहता। वह हाजी मस्तान की ही हत्या कर देता है।
तापसी पन्नू अभिनीत फिल्म 'नाम शबाना' में नशीले पदार्थ का सेवन करने वाला युवा, नायिका के प्रेमी की हत्या कर देता है। बाद में वह अपने प्रेमी के कातिल को मार देती है और ड्रग्स तस्करी करने वाले एक कुख्यात व्यक्ति को भी मारती है। नीरज पांडे ने ऐसे ही पात्र को अपनी फिल्म 'बेबी' में भी प्रस्तुत किया था।
हाल ही में समुद्र तट से निकटता वाले प्रांत में 300 टन ड्रग्स जब्त की गई है। गोया कि एक लोकप्रिय अभिनेता भी ड्रग्स लेता रहा है और संगठित अपराधियों से भी उसकी कथित मित्रता रही है। उसके पिता ने उसे ड्रग्स की लत से छुड़ाने के लिए ड्रग्स एनोनिमस नामक संस्था में भर्ती कराया था। वह कुछ समय के लिए निरोग हो गया था।
एलएसडी, गांजे को रिफाइन करने की प्रक्रिया से पैदा किया जाता है। इसकी पैदावार पर सरकार का नियंत्रण रहता है। कहते हैं कि जब्त की गई ड्रग्स जला दी जाती है। चर्चाएं तो यह भी हैं कि ड्रग्स के नाम पर घास जलाया जाता है और असल माल फिर से बेच दिया जाता है।
ड्रग्स माफिया, शिक्षा परिसर के निकट छात्रों को मुफ्त में ड्रग्स देते हैं और उनके लतियड़ बन जाने पर उनसे पैसा लेते हैं। ऐसे छात्रों को अपने ही परिवार में धन चुराने के लिए उकसाया जाता है। शराब, अफीम गांजा और भांग सबके प्रभाव अलग-अलग होते हैं परंतु सभी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। एलएसडी सबसे अधिक घातक है।
बहरहाल, आलिया भट्ट और शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म 'उड़ता पंजाब' भी ड्रग्स के दुष्प्रभाव प्रस्तुत करती है। दूसरी ओर आंदोलन पर बैठे पंजाब के किसान बड़े जीवट और जुझारू लोग हैं। शायद यह आंदोलन इतिहास में लंबे समय तक चलने का नया रिकॉर्ड बना रहा है। बहरहाल, अफीम से नशीली ड्रग्स बनती है।
फसल पर सरकार की निगाह रहती है परंतु फसल कट जाने के बाद सूखे डंठल पर यह फिर अफीम उग आती है। इस अफीम की जानकारी सबको है परंतु सब अंजान बने रहते हैं। अफीम से दवाएं भी बनती हैं, अत: इसकी खेती, पूरी तरह से प्रतिबंधित नहीं की जाती। मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर क्षेत्र में अफीम की खेती पर सरकारी नियंत्रण बना रहता है। सारे नियंत्रण में पतली गलियां होती हैं।
फसल के बाद फसल, कुछ उम्रदराज अभिनेता भी काटते हैं उन्हें चरित्र भूमिकाएं अभिनीत करने का अवसर प्राप्त होता है। अमिताभ बच्चन आज भी सक्रिय हैं। धर्मेंद्र अपने परिवार द्वारा बनाई फिल्मों में कभी-कभी अभिनय करते हैं। एक दौर में भारत में राज करने वाले अंग्रेज, सिल्क रूट से चीन को अफीम भेजते थे।
इस विषय पर बनी फिल्म और किताब का नाम है, 'पॉपी फ्लावर।' अफीम निकलने के बाद पौधों की पत्तियां, सब्जी की तरह खाई जाती हैं। इससे पाचन क्रिया में आए दोष दूर हो जाते हैं। पहले इतवारिया बाजार इंदौर में भी यह मिलती थी। हर वस्तु और फसल का नकारात्मक व सकारात्मक उपयोग किया जा सकता है। नागरिकता बोध समस्याएं सुलझाता है।