मानवता का अपराधी
कोरोना के संक्रमण की विभीषिका के दौरान जिस प्रकार कुछ बेइमान और राष्ट्रविरोधी लोग इसे मुनाफा
आदित्य चौपड़ा। कोरोना के संक्रमण की विभीषिका के दौरान जिस प्रकार कुछ बेइमान और राष्ट्रविरोधी लोग इसे मुनाफा कमाने के सुअवसर में तब्दील करने की तरकीबें भिड़ा रहे हैं उसकी तरफ देश के प्रशासन के हर अंग को सचेत होने की सख्त जरूरत है जिससे ऐसे लालचियों को करारा सबक सिखाया जा सके। राजधानी दिल्ली के लोदी कालोनी इलाके के साथ ही खान मार्केट इलाके के 'खानचाचा' और 'टाऊनहाल' रेस्टाेरेंटों में आक्सीजन कंस्ट्रेटरों की जमाखोरी का जो भंडाफोड़ हुआ है उससे साफ है कि मानवीय त्रासदी की इस घड़ी में मानव की जान की तिजारत की जा रही है। इन रेस्टाेरेंटो का मालिक एक ही व्यक्ति है जो अभी तक फरार बताया जा रहा है। जरूरी है कि इस फरारी का पर्दाफाश इस तरह किया जाये कि पूरे देश में यह सन्देश जाये कि जीवनोपयोगी चिकित्सीय औषधियों या उपकरणों की जमाखोरी करने वालों के साथ वही सुलूक किया जायेगा जो किसी मुल्क से गद्दारी करने वाले के साथ किया जाता है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक रेस्टोरेंटों के कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है जबकि इस खूंखार माफिया का सरगना अभी तक फरार बताया जा रहा है। यदि वह अपने ऊंचे रसूखों की वजह से पुलिस की पकड़ में आने से बच रहा है तो हमारी न्यायपालिका को इसका स्वतः संज्ञान लेते हुए आवश्यक कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। यह चिकित्सा इमरजेंसी का समय चल रहा है और इस दौरान ऐसी कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जा सकती जिससे उन लोगों की जान बचाने में बाधा आये जो आक्सीजन की कमी से अपनी जिन्दगियां खो रहे हैं।