कोरोना : हम होंगे कामयाब
भारत को जब राज्यों का संघ हमारी संविधान सभा ने घोषित किया था और संविधान के रचयिता बाबा साहेब अम्बेडकर ने 26 नवम्बर, 1949 को यह घोषणा की थी
आदित्य चोपड़ा: भारत को जब राज्यों का संघ हमारी संविधान सभा ने घोषित किया था और संविधान के रचयिता बाबा साहेब अम्बेडकर ने 26 नवम्बर, 1949 को यह घोषणा की थी कि स्वतन्त्र भारत ऐसी व्यवस्था के तहत चलेगा जिसमें केन्द्र की सरकार एक विशाल छाते की तरह प्रत्येक राज्य को किसी भी आपदा या संवैधानिक खतरे से सुरक्षा देते हुए उसे इस छाते के नीचे ले लेगी तो उनका आशय स्पष्ट था कि राज्य सरकारों कों विशिष्ट संवैधानिक अधिकारों से लैस किये जाने के बावजूद समग्र रूप में भारत की एकता, एकजुटता व सम्पुष्टता इसकी विविधतापूर्ण सामाजिक व सांस्कृतिक बहुलता राजनीतिक बहुरूपता के साथ कदमताल करते हुए चलेगी। संविधान में ही राज्यों की जिम्मेदारी बाबा साहेब इस प्रकार नियत करके गये कि वे हर हालत में क्षेत्रीय हितों को वरीयता देते हुए राष्ट्रीय हितों के प्रति समर्पित रहेंगे। भारत का यह संविधान केवल एक पुस्तक नहीं है बल्कि ऐसा गतिमान उपकरण है जो बदलते वक्त के अनुसार लोगों के समुचित विकास हेतु तत्कालिक चुनौतियों का सामना करते हुए देश के लोगों के विकास की प्रक्रिया को सतत् प्रवाहमान रखे हुए है। वर्तमान में कोरोना का संकट जिस तरह गहरा रहा है उसे देखते हुए यह जरूरी है कि देश का प्रत्येक राज्य और केन्द्र मिल कर ऐसा मजबूत स्वास्थ्य सुरक्षा तन्त्र तैयार करें जिससे किसी भी राज्य के हर नागरिक को लगे कि पूरा भारत उसके पीछे खड़ा हुआ है।