कोरोना मामलों में भारत में आ रही कमी प्रशंसनीय है
कोरोना मामलों में भारत में आ रही कमी प्रशंसनीय है, लेकिन नए मामलों का सामने आना कम नहीं हो रहा है।
कोरोना मामलों में भारत में आ रही कमी प्रशंसनीय है, लेकिन नए मामलों का सामने आना कम नहीं हो रहा है। ज्यादा बड़ी चिंता तब उभरती है, जब विदेश से कोरोना का कोई नया स्ट्रेन या प्रकार भारत पहुंचता है। दिसंबर महीने में ब्रिटेन से भारत पहुंचा कोरोना स्ट्रेन सनसनी फैलाने में कामयाब रहा था और अब दक्षिण अफ्रीका व ब्राजील से भारत पहुंचे स्टे्रन को लेकर विशेष रूप से दक्षिण भारत में तनाव है। बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उचित ही जांच बढ़ा दी गई है। देश के दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भी जांच बढ़ा देनी चाहिए। जब हम भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई को 80 प्रतिशत से ज्यादा जीत चुके हैं, तब हमें लापरवाही का परिचय कदापि नहीं देना चाहिए। ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से जो कोरोना भारत पहुंच रहा है, उसकी गंभीरता या संक्रमण शक्ति पर खास नजर रखने की जरूरत है। वैज्ञानिकों को पहले से ही अंदाजा था कि कोरोना के अलग-अलग वायरस सामने आएंगे और इससे डरने की कोई बात नहीं, लेकिन सावधानी के मोर्चे पर कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। केवल दक्षिण अफ्रीका या ब्राजील से आने वालों पर ही नहीं, बल्कि विदेश से आने वाले हरेक यात्री को ठीक से जांचकर ही आम आबादी में प्रवेश देना चाहिए।