कॉमेडी क्वीन, करियर और कलंक
दीपिका, सारा अली, अर्जुन रामपाल, उनकी लिव इन पार्टनर, रकुल प्रीत और कई टेलीविजन कलाकारों के नाम सामने आ चुके हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच बालीवुड के ड्रग्स कनैक्शन मामले में ही आगे बढ़ रही है। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, सारा अली, अर्जुन रामपाल, उनकी लिव इन पार्टनर, रकुल प्रीत और कई टेलीविजन कलाकारों के नाम सामने आ चुके हैं।
अर्जुन रामपाल की लिव इन पार्टनर को तो गिरफ्तार भी किया जा चुका है। अब इसी कड़ी में कामेडियन भारती सिंह और उसके पति हर्ष लिम्बाचिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। एनसीबी की छापेमारी में उनके घर से गांजा बरामद हुआ था। दोनों ने ही पूछताछ में गांजा सेवन की बात कबूल कर ली है। भारती सिंह को कामेडी की क्वीन माना जाता है। कामेडी में उसकी टाइमिंग का कोई सानी नहीं।
कामेडी क्वीन भारती सिंह का नाम लेते ही चेहरे पर मुस्कान तैर जाती है। स्क्रीन पर इनकी मौजूदगी ही लोटपोट होने की गारंटी है। स्टैंडअप कामेडी में कभी खुद पर हंसकर, कभी मिमिक्री करके, कभी दूसरों की हरकतों पर टांग खींचकर वो हंसाती है। भारती टीवी स्क्रीन पर जो करती है वो सब कॉमेडी का स्टाइल आईकॉन बन जाता है। दुनिया भारत की इस स्टाइल की दीवानी है।
हंसी का एटम बम कही जाने वाली कामेडी क्वीन का ड्रग्स के जाल में फंसने की खबर प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है। लाखों भारतीय उनके प्रशंसक हैं, कभी भारती एयरपोर्ट पर दिख जाए तो हजारों लोग उसे देखने इकट्ठे हो जाते हैं। उसके साथ फोटो खिंचवाने के लिए धक्का-मुक्की के बीच संघर्ष करते हैं। क्या इतनी बड़ी सफलता का नशा क्या कम था कि भारती और उसके लेखक पति को गांजे के सेवन की लत लग गई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने पूरा होमवर्क करके ही भारती और उसके पति पर शिकंजा कसा है। एक ड्रग पैडलर की गिरफ्तारी के बाद ही उन्हें दबोचा गया।
कामेडी में बाल की खाल निकालने वाली भारती एनसीबी अफसरों के सवालों के आगे टूट गई। सवालों के आगे दोनों उलझते ही चले गए। एनसीबी के अफसरों ने दोनों का ड्रग्स पैडलरों से संबंध स्थापित कर दिया। पंजाब के अमृतसर की एक ऐसी कामेडियन है जिसने अपनी जिन्दगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। वह बचपन के दर्द और आंखों आंसू लेकर बड़ी हुई है। उसने एेसे दिन भी देखे जब उन्हें भूखे पेट सोना पड़ा।
पैसों की तंगी के चलते उसने स्टेज पर कॉमेडी को चुना। पंजाब में स्टेज पर कामेडी करते देख लोग उनका मजाक उड़ाते रहे। भारती के जीवन में द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। इस शो से भारती को कॉमेडियन के तौर पर पहचान मिली आरै शो ने उनके लिए जिन्दगी के नए रास्ते खोल दिए। इसके बाद तो भारती ने कॉमेडी सर्कस के कई सीजन का हिस्सा रही। जाने-माने रिपलिटी शोज को होस्ट करती है। कपिल शर्मा शो से भी वह जुड़ी हुई है। उसका मोटापा ही उनकी पहचान बन गया। आज वो उन तमाम लड़कियों से ज्यादा सफल है जो दिखने में पतली-दुबली है।
फिल्मों और टीवी शोज के जरिये समाज में नायक और आदर्श बने चेहरों एवं चरित्र का घिनौना स्वरूप न केवल विडम्बनापूर्ण है, बल्कि खौफनाक भी है। भारती ने भी कई मंचों पर पंजाब में ड्रग्स के धंधे पर व्यंग्य कसे थे। 'उड़ता पंजाब' को लेकर चोट की थी। सच्चाई उस समय सामने आई कि उड़ता पंजाब के प्रोड्यूसर भी ड्रग्स मामले की चपेट में आ गए और अब भारती सिंह भी।
फिल्म और टेलीविजन की दुनिया में बढ़ती ड्रग्स, मद्यपान, तम्बाकू, सिगरेट की लत एवं नशीले मादक द्रव्यों को महिमामंडित करने की स्थितियों के कारण अनेक जिन्दगियां आज मौत की अंधी सुरंग में फंस रही हैं। यह कैसी दुनिया है जिसमें संघर्ष करके सफलता प्राप्त करने वाले नशेड़ी निकल रहे हैं। या तो सफलता को पचाना आसान नहीं है या फिर इतनी कड़ी प्रतिस्पर्धा है कि नामी-गिरामी हस्तियां कुछ समय के लिए भागती जिन्दगी में कुछ पल सुकून से गुजारने के लिए नशा करते हैं। नशीले पदार्थों की लत दूसरों से आगे निकलने की होड़ या फिर दूसरों के आगे निकलने से उपजी कुंठा, ईर्ष्या और द्वेष का परिणाम भी होती है। बालीवुड ही क्यों दक्षिण भारत में भी ड्रग्स का जाल देश की अस्मिता एवं अस्तित्व पर एक बदनुमा दाग है।
देश को निर्मित करने की जिम्मेदारी निभाने की जगह ये हस्तियां देश को बदनुमा करने का काम कर रही हैं, फिर ये किस तरह और क्यों हमारे आदर्श हो सकती हैं। हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी नशे का आदी हो चुका है। नशीले पदार्थों के छोटे-छोटे पाउच से लेकर तेज मादक पदार्थों, ड्रग्स तक की सहज उपलब्धता इस आदत को बढ़ाने का प्रमुख कारण है।
भारत युवाओं का देश है, वहां इस प्रवृति के बढ़ने का अर्थ है देश को पंगु एवं बीमार करना। अगर यही प्रवृति रही तो सरकार आैर समाज के ऊंचों पदों के लिए शरीर और दिमाग से स्वस्थ व्यक्ति नहीं मिलेंगे। एक नशेडी पीढ़ी का देश कैसे अपना गौरव प्राप्त कर सकेगा। यह सवाल सत्ता के सामने भी है औ सरकार के सामने भी। मुम्बई ही क्यों देश भर में हर जगह नशीले पदार्थों का धंधा हो रहा है।
मामला सिर्फ स्वास्थ्य से नहीं बल्कि अपराध से भी जुड़ा हुआ है। ड्रग फ्री इंडिया बने तो कैसे बने। ग्लैमर की चकाचौंध में नशे की बढ़ती लत ने चिंताजनक स्थितियां पैदा कर दी हैं। भारती का जेल जाना कोई अनूठा नहीं है परन्तु यह उसके चमकते करियर पर बदनुमा दाग है, जो जीवन भर धुल नहीं सकता।
जो सितारे आदर्श बने हुए हैं उनके बच्चे खुद कितने बिगड़े हुए हैं, ये वायरल हुए वीडियो बता रहे हैं। देश युवाओं के बल पर विकास के पथ पर प्रगतिशील होने का दंभ भर रहा है, वहीं युवा पीढ़ी अब नशे में घुलती जा रही है, भयानक स्थिति के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है।