अमेरिका का असली संकट
अमेरिका की असली मुसीबत यह नहीं है कि चीन आज उसके प्रतिद्वंद्वी के रूप में खड़ा हो गया है।
अमेरिका की असली मुसीबत यह नहीं है कि चीन आज उसके प्रतिद्वंद्वी के रूप में खड़ा हो गया है। उसकी असली मुसीबत यह है कि देश के अंदर करोडों लोगों की निगाह में वहां की व्यवस्था ने साख खो दी है। यही वहां जारी तीखे ध्रुवीकरण का कारण है, जिसकी वजह से जो बाइडेन प्रशासन अपने एजेंडे को लागू कर पाने में पंगु नजर आ रहा है। ये साख क्यों गई? इसका कुछ संकेत हाल में वेबसाइट प्रोपब्लिका.ओआरजी के खुलासे से मिला। इस खुलासे ने अमेरिकी शासकों के इस दावे की पोल खोल दी कि अमेरिकी सिस्टम के भीतर हर व्यक्ति वाजिब टैक्स चुकाता है। वेबसाइट प्रोपब्लिका ने टैक्स विभाग (इंटरनल रेवेन्यू सर्विस- आईआरएस) के 15 साल के गोपनीय दस्तावेजों को हासिल कर जो तथ्य बताए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। इसके मुताबिक अमेरिका के सबसे धनी लोग उससे भी कम टैक्स चुकाते हैं, जितना वहां के आम कामकाजी लोग चुकाते हैँ।