New Delhiनई दिल्ली : बिहार कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी विपिन कुमार ने आज भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया । इस नियुक्ति से पहले, श्री कुमार भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग में अपर सचिव के पद पर कार्यरत थे। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, वे समग्र शिक्षा योजना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, पीएम-श्री योजना और अन्य महत्वपूर्ण कार्यभार देख रहे थे। बिहार में अपनी नियुक्ति के दौरान, उन्होंने राज्य के कई जिलों में जिलाधिकारी के रूप में काम किया। वे बिहार पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष, बिहार दुग्ध सहकारी संघ (SUDHA) के प्रबंध निदेशक और मिड-डे योजना-बिहार के निदेशक भी रहे। विपिन कुमार के पास इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग की डिग्री है। माननीय प्रधानमंत्री के विकसित भारत-2047 के विजन को साकार करने की दिशा में भारतीय विमानन क्षेत्र का रोडमैप तैयार करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) का गठन संसद के एक अधिनियम द्वारा किया गया था और यह 1 अप्रैल 1995 को तत्कालीन राष्ट्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण और भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण को मिलाकर अस्तित्व में आया था। इस विलय से एक एकल संगठन अस्तित्व में आया जिसे देश में जमीन और हवा दोनों पर नागरिक विमानन बुनियादी ढांचे के निर्माण, उन्नयन, रखरखाव और प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
एएआई कुल 133 हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है, जिनमें से 110 हवाई अड्डे चालू हैं जबकि अन्य 23 हवाई अड्डे बंद हैं। इन चालू हवाई अड्डों में 28 सिविल एन्क्लेव और निजी नियंत्रण के तहत 8 हवाई अड्डे [2 जेवी हवाई अड्डे + दीर्घावधि पट्टे के तहत 6 पीपीपी हवाई अड्डे] शामिल हैं। एएआई के कुल 110 चालू हवाई अड्डों में से 35 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परिचालन करते हैं
। वर्ष 2023-24 के दौरान, एएआई ने अपने हवाई अड्डों (जेवी और पीपीपी हवाई अड्डों को छोड़कर) पर 1053.96 हजार [अंतर्राष्ट्रीय 103.75 और घरेलू 950.21] विमानों की आवाजाही, 130.67 मिलियन [अंतर्राष्ट्रीय 15.09 और घरेलू 115.58] यात्रियों को संभाला और 688.38 हजार मीट्रिक टन [अंतर्राष्ट्रीय 338.85 और घरेलू 349.53] माल ढुलाई संभाली। (एएनआई)