आवारा जानवरों को लगाते थे इंजेक्शन, फिर बेहोश कर करते थे कटाई, इस गैंग का भंडाफोड़
आवारा जानवरों को लगाते थे इंजेक्शन
रोहिणी में लावारिस पशुओं को इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर कटाई करने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने शुक्रवार रात एनकाउंटर के बाद बदमाशों को दबोच लिया। बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी थी, जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी। जख्मी हालत में उसे करीब के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। इनकी पहचान नरेला निवासी शाहजहां और बेगमपुर के राजीव नगर निवासी ललित के रूप में हुई है। इनसे बेहोश करने वाले इंजेक्शन, पशु काटने के हथियार, एक पिस्टल, दो कारतूस और दो खोखे बरामद हुए हैं। इनके कब्जे से छह पशु भी रिकवर किए गए हैं।
डीसीपी (आउटर नॉर्थ) बृजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि शुक्रवार रात जिले के स्पेशल स्टाफ को रोहिणी सेक्टर-35 की सुनसान जगह पर अवैध पशु काटने वालों के पहुंचने की खबर मिली। पुलिस वहां पहुंची तो एक बदमाश ने देखते ही दो गोलियां चला दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में गोली चलाई, जो एक बदमाश के पैर में लगी। इसके बाद पुलिस ने जख्मी शाहजहां और ललित को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला है कि शाहजहां को पशु काटने के मामले में 2015 में भी अलीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कोतवाली थाना पुलिस से 2016 में उसकी मुठभेड़ हुई थी। फिलहाल पुलिस ने वारदात को अंजाम देने से पहले दोनों को गिरफ्तार कर लिया और पशुओं को सुरक्षित बचा लिया है।
डेयरी की आड़ में कटाई का काम
पूछताछ पर पता चला कि शाहजहां मूलरूप से बिहार के दरभंगा जिले का है। वह 20 साल पहले दिल्ली आया था और नरेला इलाके में रह रहा है। करीब आठ साल पहले उसने डेयरी खोली। इसकी आड़ में पशुओं को काटकर बेचने का काम शुरू कर दिया। ललित मूल रूप से यूपी के बागपत जिले का रहने वाला है। डेयरी खोलकर वह भी शाहजहां के साथ अवैध धंधा करने लगा। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे गाड़ी लेकर घर से निकलते थे। इस दौरान लावारिस पशुओं की रेकी करते। ऐसे पशुओं को बेहोशी का इंजेक्शन लगा देते थे। बेहोश होने के बाद उसे अपनी गाड़ी में लादकर सुनसान जगह पर ले जाते, जहां उनको काट देते थे। मांस को अपनी गाड़ियों में लादकर मीट की दुकानों में बेच देते थे। पुलिस फिलहाल दोनों से पूछताछ कर रही है।