दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर अब तीन घंटे में होगा तय, नौ माह में शुरू हो जाएगा एनएच-44
बस नौ महीने और... उसके बाद दिल्ली से चंडीगढ़ तक वाहन चालक बिना गियर बदले फर्राटा भर सकेंगे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बस नौ महीने और... उसके बाद दिल्ली से चंडीगढ़ तक वाहन चालक बिना गियर बदले फर्राटा भर सकेंगे। सोनीपत में नेशनल हाईवे-44 पर बन रहे सभी फ्लाईओवर जहां सितंबर तक तैयार हो जाएंगे, वहीं दिल्ली से चंडीगढ़ तक पूरे हाईवे के निर्माण व चौड़ीकरण का काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
किसान आंदोलन के कारण करीब एक साल तक रुके नेशनल हाईवे-44 के चौड़ीकरण व उस पर चल रहे निर्माण कार्य में अब तेजी आने लगी है। जीटी रोड के कुंडली बॉर्डर से बहालगढ़ तक 7 बिंदुओं पर एक साथ काम शुरू हो चुका है। इन बिंदुओं पर बनने वाले फ्लाईओवर के पिलर से लेकर गाडर तक के काम शुरू कर दिए गए हैं। वहीं, कुछ बिंदुओं पर निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। एनएच-44 के सोनीपत क्षेत्र के कार्य को सितंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। जबकि पूरे प्रोजेक्ट को दिसंबर तक पूरा किए जाने की संभावना है।
कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर लगातार एक साल से ज्यादा समय तक चले किसान आंदोलन व उससे पहले कोरोना काल के दौरान एनएच-44 के निर्माण कार्य पर ब्रेक लगा रहा। खासकर कुंडली बॉर्डर से बीसवां मील तक निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप रहा। यहां कई बिंदुओं पर किसानों के हटने के 15 दिनों के भीतर ही एनएचएआई ने काम शुरू कर दिया था, लेकिन कुछ बिंदुओं पर अब काम शुरू किया गया है।
कुंडली बॉर्डर से अलीपुर की तरफ शनि मंदिर के पास तीन स्पेन के फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह फ्लाईओवर अपेक्षाकृत अधिक लंबा बनाया जा रहा है जो यूपी की तरफ भी जाता है। इस पर काम तेज कर दिया गया है। सोनीपत क्षेत्र में कुंडली में केएफसी के पास औद्योगिक क्षेत्र में बनने वाले फ्लाईओवर के गार्डर लगाने का काम शुरू किया जा चुका है। निफ्टम चौक के पास आरओबी का काम तेजी से जारी है। जबकि प्याऊ मनियारी ड्रेन-8 के पास व नाथूपुर के पास फ्लाईओवर के निर्माण कार्य शुरू किए जा चुके हैं। इसी तरह बीसवां मील चौक पर काम तेजी से चल रहा है।