इन राज्यों पर आज देखने को मिल सकता है चक्रवाती तूफान 'आसनी' का असर, अलर्ट मोड पर सुरक्षा एजेंसियां

आज साल के पहले तूफान ‘आसनी’ का असर देखने को मिल सकता है.

Update: 2022-05-08 04:39 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज साल के पहले तूफान 'आसनी' (Cyclone Asani) का असर देखने को मिल सकता है. इसके पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के ऊपर एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि तूफान ने शनिवार को अंडमान सागर से बंगाल की खाड़ी में एंट्री की, जिसके बाद ओडिशा और बंगाल में आंधी-बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग के अनुसार, इसके 10 मई को उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों तक पहुंचने की संभावना है. आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ओडिशा या आंध्र प्रदेश में दस्तक नहीं देगा लेकिन तट के समानांतर आगे बढ़ेगा.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, 'यह अब उत्तर-पश्चिम दिशा में तट की ओर बढ़ रहा है. यह 10 मई की शाम तक उस दिशा में आगे बढ़ना जारी रखेगा, और उसके बाद समुद्र में उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा तथा फिर तट के समानांतर आगे बढ़ेगा.' उन्होंने कहा कि ओडिशा तट के पास समुद्र की स्थिति नौ मई और 10 मई को खराब रहेगी तथा समुद्र में हवा की गति 10 मई को बढ़कर 80-90 किमी प्रति घंटे हो जाएगी.
महापात्र ने कहा, 'ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में, हवा की गति लगभग 40-50 किमी प्रति घंटे होगी, जो बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक हो जाएगी. हवा की अधिकतम गति 50-60 किमी प्रति घंटे रहेगी. हवा की यह स्थिति 11 मई तक बनी रहेगी और उसके बाद कम हो जाएगी.' उन्होंने कहा कि इसके प्रभाव से ओडिशा के तटीय जिलों-गंजम, गजपति, खुर्दा, जगतसिंहपुर और पुरी में 10 मई की शाम के बाद हल्की से मध्यम बारिश होगी.
इन जगहों पर बारिश की संभावना
आईएमडी के विशेष बुलेटिन के अनुसार, 10 मई की शाम को तटीय ओडिशा में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. गजपति, गंजम और पुरी में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा (7-11 सेमी) होने की संभावना है. अगले दिन गंजम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर और कटक में एक-दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. मछुआरों को नौ, 10 और 11 मई को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
इन राज्यों पर पड़ेगा असर
इस साल का पहला चक्रवाती तूफान 'असानी' का असर ओडिशा और आंध्र प्रदेश के अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, समेत कई राज्यों में देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए भी बारिश का यलो अलर्ट भी जारी किया है. अगर यह चक्रवात आकार लेने में सफल होता है तो लगातार यह तीसरा साल होगा, जब भारत के समुद्री इलाकों में तूफान आएगा. इससे पहले 2020 में पश्चिम बंगाल में 'अम्फान' तूफान ने और फिर ओडिशा में 2021 में 'यास' तूफान ने प्रभावित किया था.
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