दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अमेरिका में दिए गए राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हर विदेश यात्रा में भारत का अपमान करना राहुल गांधी की आदत बन चुकी है और यह प्रायोजित यात्रा भी उसी ओर बढ़ रही है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि राहुल गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करना चाहते हैं परंतु देश का अपमान करने से भी पीछे नहीं हटते। राहुल पर हमला जारी रखते हुए ठाकुर ने कहा कि इनके समय में (यूपीए सरकार के दौरान) भारत दुनिया की लड़खड़ाती चरमराती अर्थव्यवस्थाओं में आता था, लेकिन आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। इनके समय में हिंदुस्तान की परंपराओं का गला घोंटा जाता था और यह हर बात के लिए पश्चिमी संस्कृति की ओर देखते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संस्कृति, सभ्यता और गौरवपूर्ण इतिहास के पुनर्जागरण का कार्य किया है। कांग्रेस की मानसिकता गुलामी की मानसिकता है और ये हमेशा से भारत और भारतीयता को बदनाम करते आए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी के पहले के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर आप उनके पूर्व के बयानों को देखेंगे तो राहुल गांधी भारत को देश ही नहीं मानते बल्कि राज्यों का संघ मानते हैं। वे लगातार भारत के बढ़ते कदमों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हैं। राहुल गांधी बताएं कि इस प्रायोजित कार्यक्रम के द्वारा वह क्या करना चाहते हैं? क्या विदेश जाकर देश के ऊपर कीचड़ उछालना ही उनका एकमात्र काम बच गया है? उन्होंने कहा कि एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हाल की विदेश यात्रा में 2 दर्जन से अधिक राष्ट्र अध्यक्षों से मिलकर 50 से ज्यादा मीटिंग करते हैं। दुनिया भारत के बढ़ते कदमों की चर्चा करती है और भारत को आशा की किरण के रूप में देखती है। दुनिया के नेता कहते हैं कि मोदी पूरे विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। एक नहीं कई सर्वे में यह सिद्ध हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री बोलते हैं कि मोदी इज द बॉस। इटली की प्रधानमंत्री मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता बताती हैं। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री मोदी का पैर छूकर अभिवादन करते हैं।
राहुल गांधी और कांग्रेस इसे हजम नहीं कर पा रहे हैं कि जो 75 वर्षों में नहीं हो पाया वह पीएम मोदी ने 9 वर्षों में कैसे कर दिया। ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी जिस कालखंड की बात कर रहे हैं उस दौरान देश और उत्तर प्रदेश दोनों में कांग्रेस की सरकार थी। 1980 के दशक में दलितों पर अत्याचार होते थे। शायद राहुल गांधी यह बताना चाहते थे कि उनकी सरकार में दलितों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते थे और आज नरेंद्र मोदी की सरकार में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ कार्य हो रहे हैं।