दिल्ली में गाजीपुर लैंडफिल यार्ड में आग की धुंआ से बढ़ा प्रदूषण, लोगो का सांस लेना हुआ दूभर, पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट के डंपिंग यार्ड में सोमवार दोपहर को आग लगने के बाद से अब तक उसके आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अब भी पूरे क्षेत्र में धुआं फैला हुआ है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट के डंपिंग यार्ड में सोमवार दोपहर को आग लगने के बाद से अब तक उसके आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अब भी पूरे क्षेत्र में धुआं फैला हुआ है।
स्थानीय निवासी वासुदेव ने कहा कि सोमवार को दोपहर करीब एक बजे हमने देखा कि डंपिंग यार्ड से घना धुआं निकल रहा है। मैं पास में ही रहता हूं, हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही है क्योंकि कल से पूरा इलाका घने धुएं में घिरा हुआ है। उन्होंने ने यह भी कहा कि लैंडफिल पर दमकल की कई गाड़ियां देखी जा सकती हैं, लेकिन इलाके में अभी तक धुएं से राहत नहीं मिली है।
इलाके में काम करने वाले मैकेनिक फाजिया अहमद ने कहा कि कल जब आग लगी तो उनके लिए सांस लेना लगभग असंभव था। अहमद ने कहा कि स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन फिर भी जहरीला धुआं सांस लेना मुश्किल बना रहा है।
इस बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को आग लगने की जांच के आदेश दिए हैं। राय ने कहा कि आपदा प्रबंधन टीम आग बुझाने के लिए मौके पर काम कर रही है। इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है। इसका कारण लापरवाही है। हालांकि, वर्तमान घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति से मांगी गई है।
सरकार ने सोमवार को एजेंसी को आग की जांच करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया। पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल में सोमवार दोपहर एक डंपिंग यार्ड में आग लग गई थी।
दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
दिल्ली पुलिस ने पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर डंपिंग यार्ड में लगी आग के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गाजीपुर इलाके में 'डंपिंग यार्ड' पर सोमवार को लगी भीषण आग को बुझाने का काम अब भी जारी है। घटना के 24 घंटे बाद भी कुछ-कुछ स्थानों पर आग लगी हुई है। इस घटना के बाद उठे धुएं के गुबार का असर आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दमकल की चार गाड़ियां मौके पर मौजदू हैं।
दिल्ली फायर सर्विस (DFS) प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि आग पर काबू पाने का काम अब भी जारी है और कूलिंग की प्रक्रिया पूरी होने में अभी कुछ और घंटे लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा कि पुलिस द्वारा इस मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 278, 285 और 336 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
दमकल विभाग के अनुसार, गाजीपुर डंपिंग यार्ड में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को सोमवार को दोपहर ढाई बजे मिली थी। दमकल विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस साल रविवार तक विभिन्न लैंडफिल साइट पर आग लगने की कुल चार घटनाएं हुईं हैं। पिछले साल इसी अवधि में आग लगने की 16 घटनाएं हुईं थी। वहीं, 2020 में 15 और 2019 में ऐसी 37 घटनाएं हुईं थी।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) की स्थायी समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने पहले बताया था कि आग उच्च तापमान के कारण लगी थी, क्योंकि कचरे में अधिकतर प्लास्टिक थी और कचरे के ढेर से मीथेन गैस लगातार उत्पन्न होती रहती है। उन्होंने बताया था कि ईडीएमसी ने आग बुझाने की प्रक्रिया में मदद के लिए 22 बुलडोजर लगाए गए हैं।