नई दिल्ली: पेगासस पैनल ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी एक रिपोर्ट में कहा कि उसके द्वारा स्कैन किए गए 29 फोन में पेगासस स्पाइवेयर की मौजूदगी का कोई निर्णायक सबूत नहीं है। प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमना ने गुरुवार को ओपन कोर्ट में समिति की रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने कहा कि समिति ने निगरानी पर कानूनों में संशोधन की सिफारिश की। सीजेआई ने कहा कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पेगासस पैनल को 29 फोन सौंपे गए थे, जिनमें पेगासस स्पाइवेयर नहीं मिला। रिपोर्ट में कहा गया है कि 5 फोन में मैलवेयर है, लेकिन ये नहीं कहा जा सकता कि यह पेगासस है।
पेगासस पैनल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि भारत सरकार ने जांच में कोई सहयोग नहीं किया।