एनसीआर नॉएडा में सीनियर मैनेजर के फर्जी तरीके से डिजिटल हस्ताक्षर करके एक आर्किटेक्ट का नक्शा किया पास
ग्रेटर नोएडा न्यूज़: प्राधिकरण में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग के सीनियर मैनेजर के फर्जी तरीके से डिजिटल हस्ताक्षर करके एक आर्किटेक्ट ने नक्शा पास कर दिया। इस मामले की शिकायत खुदा आवंटी ने प्राधिकरण के प्लानिंग मैनेजर को दी है। प्लानिंग सीनियर मैनेजर ने जांच के आदेश दिए हैं और फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर बनाने वाले आर्किटेक्ट को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जा रही है।
आवंटी ने प्राधिकरण से की यह मांग: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विजय गुप्ता नाम के व्यक्ति का प्लॉट सेक्टर बीटा वन में ए304 है। इस प्लॉट का भवन मानचित्र स्वीकृत कराने के लिए आवंटी ने 2021 में प्राधिकरण में रजिस्टर्ड एक आर्किटेक्ट को दिया था। जांच करने पर पता चला है कि आर्किटेक्ट ने फर्जी तरीके से आवंटी का मानचित्र स्वीकृत कर दिया है। जिस पर प्लानिंग विभाग के मैनेजर का फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर किए हैं। अब आवंटी विजय गुप्ता ने प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग के मैनेजर से मांग की है कि उसके भवन का मानचित्र अथॉरिटी के नियम कायदे अनुसार दूसरे आर्किटेक्ट जोकि प्राधिकरण में रजिस्टर्ड है दीपक चौधरी से कराया जाए जाने की मांग की है। आवंटी ने कहा कि दीपक चौधरी को मकान का मानचित्र स्वतंत्र कराने की कार्यवाही करने का आदेश दिया जाए।
आर्किटेक्ट पर होगी रिपोर्ट दर्ज: वहीं, प्राधिकरण इस मामले में जांच कर रहा है। जांच प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग के एक मैनेजर को सौंपी गई है। मैनेजर का कहना है कि फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर बनाकर भवन मानचित्र स्वीकृत करने वाले आर्किटेक्ट को जल्दी ही ब्लैक लिस्ट कर उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। प्राधिकरण इस मामले की बारीकी से प्लानिंग विभाग की टीम बनाकर जांच कर रहा है।