New Delhi| श्री श्वे.मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ के अंतर्गत चल रहे अध्यात्म उत्सव चातुर्मास अंतर्गत तिजयपहुत्त तप एवं नमस्कार महामंत्र आराधना का समापन मंगलवार को हुआ जानकारी देते हुए मालवकेशरी चातुर्मास समिति के सचिव शैलेंद्र छोरिया ने बताया कि सर्वप्रथम प्रातः 8.30 बजे नवकार चैत्य परिपाटी निकाली गई जो शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई रानी लक्ष्मी बाई मार्ग स्थित पार्श्व प्रधान पाठशाला भवन पर धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुई ,नवकार पट्ट लेकर बग्गी में बैठने का लाभ श्री अमृतलालजी अंकितजी ओसतवाल परिवार द्वारा लिया गया। धर्मसभा में साध्वी श्री ने जीवन में समय की महत्ता की ओर प्रकाश डाला उसके पश्चात सभी आराधकों का पारणा संपन्न हुआ जिसका लाभ श्रीमती सोहनबाई जवाहर लाल जी तातेड़ परिवार ने लिया।