जेएनयू में कोरोना के आधा दर्जन से अधिक मामले आए सामने, फिर भी एबीवीपी-वामपंथी संगठनों ने कार्यक्रम किए आयोजित

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में आधा दर्जन से अधिक मामले कोरोना के आए हैं। यह वह मामले हैं जिसकी जानकारी जेएनयू प्रशासन को है।

Update: 2022-01-06 03:44 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में आधा दर्जन से अधिक मामले कोरोना के आए हैं। यह वह मामले हैं जिसकी जानकारी जेएनयू प्रशासन को है। कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जेएनयू प्रशासन ने किसी भी तरह की सभा आयोजन न करने के लिए स्पष्ट आदेश भी दिए हैं। उसके बावजूद जेएनयू में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों ने बुधवार को आमसभा की और पदयात्रा निकाली।

यह आयोजन 5 जनवरी 2020 को जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर था। वामपंथी छात्र संगठन और एबीवीपी ने एक बार फिर एक दूसरे पर आरोप लगाए और हिंसा की निंदा की। हालांकि, इस मामले में दो साल बीत जाने के बाद भी किसी तरह की कार्यवाई की सूचना नहीं है। जेएनयू द्वारा बनाई गई समिति ने भी इस मामले में किसी तरह की रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
जेएनयू में एबीवीपी ने पदयात्रा निकाली और बयान जारी कर कहा कि आयोजन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया है। जेएनयू में एबीवीपी पदाधिकारियों का कहना है कि हमने पदयात्रा के माध्यम से वामपंथी हिंसा के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है। पदयात्रा में शामिल हुए छात्रों ने हिंसा में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए वामपंथी छात्र नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की।
जेएनयू में एबीवीपी के शिवम चौरसिया ने आरोप लगाया कि यह अत्यंत दुखद है कि किस प्रकार वामपंथी नेताओं ने पिछले वर्ष हिंसा का रुख अपनाया था। एबीवीपी के कई कार्यकर्ताओं व समर्थकों को लाठी डंडों से मारा गया था। उधर जेएनयू छात्र संघ द्वारा भी आयोजित कार्यक्रम में एबीवीपी पर आरोप लगाया गया।
आइसा सचिव कोरोना संक्रमित, कैंपस में नहीं है आइसोलेशन सेंटर
जेएनयू में आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन की सचिव मधुरिमा कुंडु भी कोरोना संक्रमित हैं। उनका कहना है कि कैंपस में किसी तरह की आइसोलेशन सेंटर की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं। कैंपस में कोरोना के मामले हैं। कई छात्र कोविड जांच इसलिए नहीं करा रहे हैं क्योंकि उनको डर है कि कैंपस में कोविड केयर सेंटर नहीं है। इसलिए उनकी देखभाल कैसे होगी। उन्होंने बताया कि जांच के बाद मुझे सुल्तानपुरी कोविड केयर सेंटर में भेजा जा रहा था इसलिए मैं अपने परिचित के यहां आइसोलेशन में हूं।
जेएनयू प्रशासन ने कहा कि आरोग्य सेतु एप जरूरी
जेएनयू प्रशासन ने कोविड को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को आरोग्य सेतु अनिवार्य कर दिया है। जेएनयू द्वारा दिशा निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि छात्रों व कर्मचारियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक है। ऐसा नहीं करने पर उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। जेएनयू प्रशासन ने कोविड को लेकर विगत 10 दिन में तीन बार नोटिफिकेशन निकाला है।


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