दिल्ली न्यूज़: फेसबुक पर एक मल्टीनैशनल कंपनी में काम करने युवक से लड़की ने दोस्ती की। कुछ समय बाद वॉट्ऐसप कॉल पर बात होने लगी। लड़की ने खुद को नामी मल्टीनैशनल कंपनी में ऊंचे पद पर बताते हुए युवक को मैनेजर के जॉब का ऑफर किया। जल्द भारत आने की बात कही। जिस दिन आना था, एयरपोर्ट में 60 हजार डॉलर के साथ पकड़े जाने का दावा किया। इसके बाद युवक से किसी ना किसी बहाने पैसे की डिमांड होने लगी। पीड़ित ने पहले अपना अकाउंट खाली किया, फिर दोस्तों से पैसे उधार लिए और आखिर में अपनी मां के खाते से रकम ट्रांसफर करनी शुरू कर दी। कुल 8 लाख 77 हजार 500 रुपये देने के बाद ठगी का अहसास हुआ। परिजनों के कहने पर मंगलवार को ईस्ट जिला साइबर थाने में शिकायत दी गई। पीड़ित युवक परिवार के साथ लक्ष्मी नगर इलाके में रहते हैं। वो फिलहाल अविवाहित हैं और एक नामी कंपनी में जॉब करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 26 सितंबर को फेसबुक पर एक इंटरनैशनल नंबर से कॉल आया। कॉलर लड़की ने खुद को अमेरिका बेस्ड नामी कंपनी में सीनियर पोस्ट पर बताया और बेहतर करियर के लिए अपनी कंपनी में मैनेजर जॉब का ऑफर दिया। एक फेसबुक आईडी देकर वहां वॉट्सऐप नंबर शेयर करने को कहा गया। युवक ने ऐसा ही किया तो मोटी सैलरी देने का झांसा दिया गया। लड़की के जल्द भारत आकर उन्हें हायर करने की बात कही गई।
पीड़ित से भारत में होटल बुकिंग, मौसम और टूरिस्ट स्पॉट की जानकारी में मदद मांगी गई। लड़की ने 1 नवंबर को बताया कि वो 4 नवंबर को भारत पहुंच रही है, जिसने पूरी यात्रा के टिकट भी वॉट्सऐप कर दिए। इससे पता चला कि वो टेक्सास से न्यूयॉर्क और कनाडा होते हुए मुंबई पहुंचेगी। युवक के पास 4 नवंबर को एक कॉल आया, जिसमें बताया कि गया कि उनकी दोस्त मुंबई एयरपोर्ट पर अवैध रूप से 60 हजार डॉलर लाने पर पकड़ी गई है। छूटने के लिए 28 हजार रुपये फाइन भरना पड़ेगा। युवक ने लड़की से बात कराने को कहा तो उसने भी यही कहानी बयां कर दी।
लड़की ने बताया कि उसकी पूरी रकम सीज कर ली गई है, इसलिए इन्हें जुर्माने के 28 हजार रुपये भेज दो। एक अकाउंट नंबर भेजा गया, जिस पर युवक ने रकम भेज दी। इसके बाद ये सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि दस बार में 7 नवंबर तक कुल 8 लाख 77 हजार 500 रुपये ट्रांसफर करवा लिए। लड़की 60 हजार डॉलर मिलते ही रकम लौटाने का झांसा देकर ये पैसा मंगवाती रही। पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ तो साइबर पोर्टल और ईस्ट जिला साइबर थाने में शिकायत दी। पुलिस अब कॉल डिटेल रिकॉर्ड और रकम ट्रांसफर होने के गेटवे के जरिए आरोपियों का पता लगाने में जुटी है।