राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने रखी भारत अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र की आधारशिला

Update: 2023-07-30 09:03 GMT

गुरुग्राम: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आह्वान किया कि अभिभवाक अपने बच्चों को हमारी प्राचीन संस्कृति के ज्ञान के साथ-साथ, प्राचीन वैज्ञानिक उपलब्धियों एवं आधुनिक काल में प्राप्त उपलब्धियों के बारे में जानकारी देकर बच्चों को सही राह चुनने में सहयोग करें। राज्यपाल सेक्टर 9ए में इंटरनेशनल दिव्य परिवार सोसाइटी एवं चाणक्य वार्ता परिवार द्वारा स्थापित होने वाले भारत अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र के शिलान्यास और तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

209 करोड़ की लागत से बना रहा सांस्कृतिक केंद्र: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में साहित्य, कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनेक कारगर कदम उठाएं हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा साहित्य, कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम गुरुग्राम के माध्यम से सेक्टर-53 में 209 करोड़ रुपए की लागत से पांच एकड़ जमीन पर बेहतरीन कला एवं सांस्कृतिक केन्द्र का निर्माण करवाने जा रही है। यह हमारी महान एवं प्राचीन संस्कृति को संजोने की दिशा में एक सफल प्रयास है।

दुनियाभर के लोग अपना रहे भारतीय संस्कृति: राज्यपाल ने कहा कि भारत का इतिहास साहित्य, भाषा, कला, संगीत, नृत्य, संस्कृति, स्थापत्यकला, वास्तुकला, मूर्तिकला, चित्रकला के मामले मे प्राचीन एवं अत्यंत गौरवशाली रहा है। यह हमारे देश के लिए बहुत ही गौरव की बात है कि आज विश्व के अनेक देशों में रहने वाले लोग हमारी संस्कृति को अपने जीवन में अपना रहे हैं। प्रधानमंत्री के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ के सपने को साकार करने की दिशा में इस सांस्कृतिक केंद्र का शिलान्यास करना एक ऐतिहासिक कदम है। इस योजना में हरियाणा प्रदेश भी अपनी भूमिका निभा रहा हैं।

सर्वाधिक प्राचीन और समृद्ध है भारतीय संस्कृति: कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथि एवं हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि भारतीय संस्कृति व भारतीय विचारों को जीवंत करने व इसे और अधिक प्रभावी बनाने में यह सांस्कृतिक केंद्र एक सार्थक भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति व सभ्यता विश्व की सर्वाधिक प्राचीन एवं समृद्ध संस्कृति व सभ्यता है। इसे विश्व की सभी संस्कृतियों की जननी माना जाता है। जीने की कला हो, विज्ञान हो या राजनीति का क्षेत्र भारतीय संस्कृति का सदैव विशेष स्थान रहा है। ऐसे में इस प्रकार के सांस्कृतिक केंद्रों का खुलना अपने आप मे एक अनूठा प्रयोग है।

ओपी पाल की पु​स्तक 'प्रतिबिम्ब' का विमोचन: राज्यपाल ने कार्यक्रम में हरियाणा के साहित्य, लोक कला तथा सांस्कृतिक क्षेत्र से जुडी विभूतियों के साक्षात्कार पर आधारित ओपी पाल की पुस्तक ’प्रतिबिम्ब’ का विमोचन करने के साथ साथ साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले साहित्यकारों को सम्मानित भी किया।

इन लोगों ने बढ़ाई कार्यक्रम की शोभा: इस अवसर पर भारत अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र नारायण, दिव्य परिवार सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अमित जैन, अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सचिव डॉ. सुरेंद्र जैन, नागालैंड से राज्यसभा सांसद श्रीमती फांगनोन कोन्याक, भारत अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र के संरक्षक लक्ष्मी नारायण भल्ला, डॉ. स्वामी रामेश्वरानंद, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) कुलदीप चंद अग्निहोत्री सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

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