तीस हजारी कोर्ट परिसर में फायरिंग

Update: 2023-07-06 04:14 GMT

देश की राजधानी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में गोलीबारी की घटना सामने आई है। गोलीबारी में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। पुलिस का कहना है कि वकीलों के बीच हुई बहस के बाद यह घटना हुई।

जानकारी के अनुसार, बुधवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे गोलीबारी की घटना की सूचना मिली। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो पता चला कि वकीलों की आपस में बहस हुई। इसके बाद दो अलग-अलग गुटों ने कथित तौर पर हवा में गोलीबारी की थी। घटना में किसी को भी नुकसान नहीं हुआ है। इस समय स्थिति सामान्य है।

पहले भी हो चुकी हैं कई घटनाएं

इससे पहले भी दिल्ली की कोर्ट में फायरिंग की घटनाएं सामने आती रही हैं। अप्रैल महीने में भी साकेत कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बावजूद एक शख्स ने महिला पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं। इसके बाद भी कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हुए थे।

तीस हजारी कोर्ट में वकीलों के बीच आपस में फायरिंग हुई। फायरिंग करने वाले एडवोकेट का नाम मनीष शर्मा है जोकि दिल्ली बार एसोसिएशन का वाइस प्रेसिडेंट हैं। पहले भी गोली चलाने के मामले को लेकर इन पर एफआईआर दर्ज है। दो बार यह चुनाव जीत चुके हैं।

आरोपी वकील का लाइसेंस निलंबित

बार काउंसिल ऑफ दिल्ली (बीसीडी) ने तीस हजारी अदालत परिसर में फायरिंग की घटना को गंभीरता से लिया है। काउंसिल ने वकील मनीष शर्मा का लाइसेंस निलंबित करते हुए जवाब मांगा है।

मनीष दिल्ली बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी हैं। बीसीडी के सचिव कर्नल (सेवानिवृत्त) अरुण शर्मा की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया है कि घटना के वायरल वीडियो में मनीष को फायरिंग करते हुए स्पष्ट रूप से पहचाना जा सकता है। एक वकील होने के नाते हिंसा का सहारा लेना वह भी अदालत परिसर के अंदर बेहद निंदनीय और घोर कदाचार है।

बार काउंसिल ऑफ दिल्ली नियमों में निहित शक्ति के तहत एक वकील के रूप में अभ्यास करने के लिए मनीष के लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, बीसीडी ने मनीष को लिखित स्पष्टीकरण देने और 7 जुलाई की शाम 4 बजे दिल्ली बार काउंसिल के सामने पेश होने के लिए भी कहा है। अन्यथा उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।

पिस्टल अवैध होने की आशंका

तीस हजारी कोर्ट में बुधवार दोपहर गोलियां चलाने के मामले में पुलिस ने तफ्तीश तेज कर दी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार गोली चलाने के बाद आरोपी मनीष शर्मा कोर्ट से फरार हो गए थे। देर शाम तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी। उतरी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तीस हजारी कोर्ट में मौजूद थे।

रात तक इस मामले में पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली थी। उत्तरी जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शुरुआती जांच में अवैध पिस्टल से गोलियां चलाने की बात सामने आई है। इस बारे में आरोपी मनीष से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि हथियार अवैध है या नहीं। यह पता लगाया जा रहा है कि अगर हथियार अवैध था तो कोर्ट परिसर में कैसे पहुंच गया। वहीं, कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

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