नॉएडा के इलाइट होम सोसाइटी में पिता-पुत्र ने किया सुसाइड, घटना से नॉएडा के लोग स्तब्ध
नॉएडा न्यूज़: नोएडा से दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है। शहर की एक पॉश हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाले परिवार के दो सदस्यों ने एक साथ आत्महत्या कर ली है। यह दोनों पिता-पुत्र थे। जानकारी मिलने पर पुलिस हाउसिंग सोसाइटी में पहुँची। दोनों शवों को घर से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से जानकारी दी गई है कि पिता और पुत्र बीमार थे। दोनों डिप्रेशन के शिकार थे। अवसादग्रस्त होने के कारण दोनों ने एक साथ दवाओं की ओवरडोज़ लेकर सुसाइड किया है। उनके पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि मामले में तफ़सील से तफ़तीश की जा रही है।
कुछ इस तरह हुई घटना: गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को थाना सेक्टर-113 पर सूचना प्राप्त हुई। कॉलर ने बताया, इलाइट होम सोसाइटी में दो व्यक्तियों ने सुसाइड किया है। मौके पर जाकर जांच की गई तो ज्ञात हुआ कि राहुल जैन अस्थमा और डायबिटीज से पीड़ित थे। उन्होंने डिप्रेशन में आकर नींद की गोली की ओवरडोज ले ली। उनके पुत्र हिमांशु जैन (उम्र 23 वर्ष) भी अस्थमा व डायबिटीज से पीड़ित थे। उन्होंने इंसुलिन की ओवरडोज ले ली। जिस कारण पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई है। मौके पर दोनों का सुसाइड नोट मिला है। जिनके आधार पर जांच की जा रही है। मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। पुलिस ने दोनों शवों पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमॉर्टम की कार्यवाही के उपरांत शवों को परिजनों के सुपुर्द किया जा चुका है। अन्य आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
घटना से पूरे शहर के लोग स्तब्ध: शहर में रविवार को हुई इस बड़ी घटना से लोग बुरी तरह हैरान और परेशान हैं। रविवार की देर रात यह जानकारी सामने आयी। जिसके बाद से शहर के निवासी सोशल मीडिया पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सहन शक्ति ख़त्म हो रही है। लोगों के रिश्ते ठीक नहीं हैं। पड़ोसी आपस में बात नहीं करते हैं। अपनी परेशानियों को एक-दूसरे से साझा नहीं करते हैं। जिसके चलते शहरी जीवन में अवसाद बढ़ रहा है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आत्महत्याओं के मामले तेज़ी से बढ़ने की वजह पर भी लोग चर्चा कर रहे हैं।
शहर में बढ़ रहें सुसाइड के मामले: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पिछले क़रीब एक से डेढ़ वर्ष के दौरान आत्महत्या के मामले तेज़ी से बढ़े हैं। सबसे ज़्यादा चिंता का विषय संयुक्त आत्महत्या के मामले हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें पति-पत्नी या परिवार के एक से अधिक दूसरे सदस्यों ने आत्महत्या की हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के बाद से सुसाइड केसेस की संख्या बढ़ी है। लोग अवसाद ग्रस्त हो रहे हैं। बीमारी, नौकरी चले जाने, आर्थिक तंगी और पारिवारिक कलह आत्महत्या के सबसे बड़े कारण हैं।