एनसीआर दिल्ली न्यूज़: ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित हो रहे इंडिया वाटर वीक का राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उद्घाटन किया। इंडिया वाटर वीक के उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट पहुंची हैं। इंडिया वाटर वीक के 7वें संस्करण में दुनियाभर से दो हजार से अधिक लोग जल संरक्षण, नदियों में कम होता पानी आदि विषयों पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया। बीते सोमवार देर शाम सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के पहले डेटा सेंटर का उद्घाटन किया है।
मुख्यमंत्री ने किया कार्यक्रम को संबोधित: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जल है तो जीवन है। प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में जल संसाधन है। 60 से अधिक नदियां पुनर्जीवित की गई हैं। कानपुर में नमामि गंगा परियोजना के तहत कार्य हुआ। सीएम योगी ने कहा कि कानपुर में गंगा को दो नालों के प्रदूषण से मुक्ति मिली। पहले सीवर का पानी सीधे गंगा में गिरता था। सीसामऊ और जाजमऊ के सीवर को डायवर्ट किया गया है। हिमालय की नदियां यूपी के बड़े भूभाग को कवर करती हैं।
ग्रेटर नोएडा में राष्ट्रपति का स्वागत: आज मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भारत जल सप्ताह का उद्घाटन किया जा रहा है। राष्ट्रपति मुर्मू के स्वागत के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा में हैं। गंगा जल परियोजना के तहत ग्रेटर नोएडा के लोगों को पीने के पानी का सप्लाई दिया जाएगी। इस परियोजना का बजट 8000 करोड़ रुपए हैं और यह ग्रेटर नोएडा को 85 क्यूसेक गंगा जल आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
अत्याधुनिक डेटा सेंटर का उद्घाटन: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय नोएडा दौरे के दौरान सोमवार देर शाम को ग्रेटर नोएडा में हीरानंदानी ग्रुप की ओर से बनाए गए अत्याधुनिक डेटा सेंटर का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक डेटा सेंटर के उद्घाटन के दौरान केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर मौजूद रहे। वर्ष 2021 की शुरुआत में इस डेटा सेंटर का निर्माण हीरानंदानी समूह की मुंबई स्थित सहायक कंपनी Yotta द्वारा किया गया था। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि यह नोएडा का पहला डेटा सेंटर पार्क है। यह छह इमारतों से जुड़ा हुआ है। यह सेंटर 3 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला है और इसे ₹5,000 करोड़ की लागत से बनाया गया है।