दिल्ली में कांवड़ यात्रा को लेकर दिल्ली पुलिस हुई सतर्क, भोले के भक्तों पर नहीं आएगी आंच, सख्त होगी जांच

दो साल बाद सावन में शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा में अराजक तत्वों के गड़बड़ी फैलाने का अंदेशा है।

Update: 2022-07-08 01:26 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दो साल बाद सावन में शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा में अराजक तत्वों के गड़बड़ी फैलाने का अंदेशा है। विदेशी ताकतों के इशारे पर आतंकी भी हमला कर सकते हैं। इसके लिए आतंकी हरसंभव तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं। दिल्ली पुलिस को इस बारे में इनपुट मिले हैं। इसके मद्देनजर पुलिस इस बार की कांवड़ यात्रा की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए कई एहतियाती कदम उठा रही है। शिविर संचालकों को हर कांवड़िये का रजिस्ट्रेशन करना होगा। शिविर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे की नजर रहेगी। सख्त जांच होगी। तकनीकी इंतजामों के साथ अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनाती रहेगा।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, उत्तर-पूर्वी, पूर्वी, दक्षिणी, दक्षिण-पूर्वी समेत सभी जिलों की पुलिस ने सुरक्षा को लेकर विस्तार से निर्देश दे दिए हैं। पुलिस अधिकारियों को सुनिश्चित करना होगा कि सभी कांवड़ शिविरों का हर कोना सीसीटीवी की जद में हो। साथ ही शिविर संचालक हर कांवडि़ये का रजिस्ट्रेशन करेगा। इसके लिए शिविर में एक रजिस्टर रखना होगा। इसमें कांवड़ का नाम, पता, मोबाइल नंबर समेत दूसरी जानकारी भरनी होगी। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस खुद भी एप से कांवड़ियों का रजिस्ट्रेशन करेगी। इसके लिए पुलिस स्थानीय आरडब्ल्यूए से भी संपर्क कर रही है।
ट्रैफिक पुलिस व निगम की इजाजत से ही लगेगा शिविर, फायर एनओसी जरूरी
कांवड़ शिविर लगाने वालों को ट्रैफिक पुलिस और निगम से अनुमति लेनी होगी। संचालकों को फायर विभाग से भी एनओसी लेनी होगी। दिल्ली पुलिस इसके लिए शिविर संचालकों के साथ बैठक कर रही है। इस दौरान जरूरी औपचारिकता पूरी करने समेत सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं के बारे में उनको आगाह किया जा रहा है। पुलिस अमन कमेटियों के साथ भी बैठक कर रही है।
कांवडि़यों को डीजे की अनुमति लेनी होगी
दिल्ली पुलिस को इस बार कांवडि़यों के डीजे पर विशेष नजर रखनी होगी। कांवड़ियों को इस बार डीजे बजाने के लिए अनुमति लेनी होगी। आयोजकों को संबंधित जिला पुलिस से अनुमति लेनी होगी। डीजे रात दस बजे तक ही बजा सकते हैं। इसके बाद बजाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हथियारों से लैस पुलिसकर्मी तीन पालियों में करेंगे निगरानी
सुरक्षा के मद्देनजर इस बार हर शिविर में हथियारों से लैस दिल्ली पुलिस के जवान 24 घंटे तैनात होंगे। तीन पालियों में यह तैनाती होगी। शिविर की क्षमता के अनुसार इनकी संख्या तय की जाएगी। शिविर के अपने वॉलंटियर इनकी मदद करेंगे। तीन शिफ्ट में दस से पंद्रह की संख्या में वॉलंटियर तैनात करने होंगे। यह वॉलंटियर शिविर में कांवड़ियों की भीड़ को संभालने, ट्रैफिक चलाने, कांवड़ियों की रजिस्टर में पूरी जानकारी भरने और खाने-पीने की व्यवस्था का भी इंतजाम करेंगे। जिस आयोजक ने
शिविर में वॉलंटियर तैनात नहीं किए, उसे अनुमति नहीं दी जाएगी।
कांवड़ शिविर लगाने के लिए दिल्ली सरकार से अनुमति लेनी होती है। दक्षिण-पूर्वी जिले में कांवड़ियों के लिए करीब 23 शिविर लगाए जाएंगे। दक्षिण-पूर्वी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि कांवडिय़ों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। उनका शिविरों में रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर रूट बनाए जाएंगे।
लगने लगे शिविर 14 तक होंगे तैयार
दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। उत्तर प्रदेश से दिल्ली में प्रवेश करने वाली और दिल्ली से हरियाणा की ओर से जाने वाली सड़कों पर कांवड़ शिविर बनाने की चहलकदमी चल रही है। कोशिश 14 जुलाई तक शिविर तैयार कर लेने की है। दिल्ली सरकार अलग-अलग सड़कों पर कांवड़ियों की सुविधा के लिए 175 से अधिक शिविर लगाएगी। दिल्ली सरकार की तीर्थ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष कमल बंसल ने बताया कि शिविर में सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। शिविरों का संचालन स्थानीय कांवड़ समिति करेगी, जबकि उनमें सरकार सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
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