दिल्ली पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के मामले में आरोपित को 10 लाख रुपये नगद के साथ किया गिरफ्तार

Update: 2022-03-30 08:10 GMT

दिल्ली क्राइम न्यूज़ अपडेटेड: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 25 साल से ड्रग्स तस्करी में लिप्त रहे दीपक राही नामक आरोपित को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपित के पास से 10 लाख रुपये नगद बरामद किए गए हैं। उसके खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज है। वह विवेक विहार थाने का घोषित बदमाश है। वह जेल से कोविड-19 के चलते अंतरिम जमानत पर बाहर निकला था और बीते एक साल से फरार चल रहा था। उसके परिवार के अधिकांश सदस्य विवेक विहार थाने के घोषित बदमाश हैं। स्पेशल सेल के डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार ड्रग तस्करी के मामले में लंबे समय से दीपक राही फरार चल रहा था। वह अंतरराज्य स्तर पर ड्रग्स तस्करी का गैंग चलाता है। इसे लेकर एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार और जितेंद्र की टीम उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस को पता चला कि मकोका के मामले में भी वह वांछित चल रहा है। यमुना पार के विभिन्न इलाकों में वह ड्रग्स की सप्लाई कर रहा है।

उसके गैंग से जुड़े सदस्यों पर पुलिस टीम ने नजर रखना शुरू किया। करीब तीन महीने की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस टीम को पता चला कि वह विजय नगर गाजियाबाद इलाके में शाम के समय आएगा। इस जानकारी पर पुलिस टीम ने छापा मारकर दीपक राही को पकड़ लिया। उसके पास से 10 लाख रुपये नगद बरामद हुए। पूछताछ के दौरान दीपक राही ने पुलिस को बताया कि वह कई वर्षों से ड्रग्स की तस्करी में लिप्त है। उसके खिलाफ वर्ष 2018 में स्पेशल सेल ने मकोका लगाया था। कोविड-19 के चलते वह अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर निकला था। उसे 21 मार्च 2021 को सरेंडर करना था। लेकिन वह फरार हो गया। स्पेशल सेल में उसके खिलाफ 2018 में भी ड्रग्स तस्करी का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस टीम ने उसे तीन अन्य साथियों के साथ वर्ष 2017 में गिरफ्तार किया था। उस समय उसके पास से पांच किलो हेरोइन बरामद हुई थी। इन दोनों ही मामलों में कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। दीपक राही के खिलाफ मकोका, एनडीपीएस एक्ट, लूट, चोट पहुंचाना, चोरी, दंगा आदि के 20 मामले दर्ज हैं। वह 25 साल से अपराध की दुनिया में काम कर रहा है।

दीपक एक ऐसे परिवार से संबंध रखता है जहां सभी ड्रग्स तस्करी में लिप्त हैं। वह पुलिस पर हमला करना और दंगे में भी शामिल रहा है। वह विवेक विहार थाने का घोषित बदमाश है। उसके दो भाई सुनील, साजन, पिता सुरेश, मां निर्मला सभी विवेक विहार थाने के घोषित बदमाश है। पुलिस जब इनके घर पर ड्रग्स की तलाश में छापा मारती है तो वह पुलिस टीम पर पथराव कर देते हैं। इसके अलावा वह महिलाओं और बच्चों को आगे कर फरार हो जाते हैं।

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