दिल्ली सरकार गांधीनगर बाजार को ग्रैंड गारमेंट हब के तौर पर करेगी विकसित, दो चरणों में होंगे यह काम
गांधी नगर को एशिया के सबसे बड़े गारमेंट हब के रूप में विकसित करने की दिशा में दिल्ली सरकार काम कर रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गांधी नगर को एशिया के सबसे बड़े गारमेंट हब के रूप में विकसित करने की दिशा में दिल्ली सरकार काम कर रही है। शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बाजार के पुनर्विकास परियोजना को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि गांधी नगर का पुनर्विकास सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इसके जरिए सरकार की कोशिश राजधानी की अर्थव्यवस्था को गति देना और युवाओं के लिए रोजगार के व्यापक पैमाने पर अवसर पैदा करना है। इसलिए पुनर्विकास के काम को गंभीरता के साथ तय समय पर पूरा किया जाए।
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी नगर रेडिमेड कपड़ा मार्केट के रूप में मशहूर है जो दिल्ली को एक अनूठी पहचान भी देता है। पुनर्विकास से न केवल इसे एक नई पहचान मिलेगी। साथ में भी व्यापार में भी वृद्धि होगी। यहां लोगों को शॉपिंग करने का नया अनुभव भी मिल सकेगा। सरकार बजट में की गई घोषणाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता है। रोजगार बजट का उद्देश्य अगले पांच सालों में दिल्ली में नौकरी के 20 लाख नए अवसर पैदा करना है।
इसके लिए सरकार के स्तर से कई अहम परियोजनाओं की शुरूआत की गई है। इनमें गांधी नगर को ग्रैंड गारमेंट हब के रूप में विकसित करना भी शामिल है। इसके लिए गांधी नगर के बाजारों में कुल दो चरणों में काम किया जाएगा। पहले चरण में जनसुविधाओं को विकसित करने पर ध्यान रहेगा। जबकि दूसरे चरण में डिजाइन से लेकर बाजार को नया रूप देने के लिए सुविधाओं को बढ़ाने पर काम होगा। बैठक में इन्हीं बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
पहला चरण
- बाजार के अंदर जनसुविधाएं, पेयजल व अन्य सुविधाओं पर काम।
- सीसीटीवी कैमरे व सिक्योरिटी मॉनिटरिंग सिस्टम की स्थापित ।
- स्ट्रीट लाइट व स्ट्रीट फर्नीचर को री-डिजाइन किया जाना।
- विजुअल इन्फॉर्मेशन सिस्टम की स्थापित, जिससे लोगों को आसानी से मिल सके बाजार की जानकारी।
दूसरा चरण
- पुनर्विकास के दूसरे चरण में सरकार द्वारा मार्केट के अर्बन डिजाइनिंग व आर्किटेक्चर पर फोकस।
- मार्केट के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मार्केटिंग, डिजिटलाइजेशन, अग्निशमन सुविधाएं की स्थापान स्थापित करना
- मौजूदा सुविधाओं को अपग्रेड करके आधुनिक बनाना भी शामिल है।