दिल्ली सरकार ने कोरोना पाबंदियों के बीच 'पर्यावरण बस सेवा' की अवधि जनवरी अंत तक बढ़ाने का किया फैसला

कोविड-19 के चलते 'येलो' अलर्ट के कारण प्रतिबंधों के तहत बसों में बैठने की क्षमता 50 प्रतिशत किए जाने से यात्रियों को हो रही मुश्किलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 'पर्यावरण बस सेवा' को जनवरी के अंत तक बढ़ा दिया है।

Update: 2022-01-01 04:38 GMT

फाइल फोटो 

 जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोविड-19 के चलते 'येलो' अलर्ट के कारण प्रतिबंधों के तहत बसों में बैठने की क्षमता 50 प्रतिशत किए जाने से यात्रियों को हो रही मुश्किलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 'पर्यावरण बस सेवा' (Paryawaran Bus Sewa) को जनवरी के अंत तक बढ़ा दिया है। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने उम्मीद जताई कि इस कदम से बस यात्रियों को राहत मिलेगी।

गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ''कोविड प्रतिबंधों के कारण लोगों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने 'पर्यावरण बस सेवा' के तहत संचालित निजी बसों की सेवा 31 जनवरी 2022 तक बढ़ाने का फैसला किया है।''
दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण 29 नवंबर को यह सेवा शुरू की गई थी। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि निजी बसों को एक महीने की अवधि के लिए किराये पर लिया गया था, जो समाप्त हो गई है और उन्हें चलाने के लिए और विस्तार की आवश्यकता है।
कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों के कारण दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बसों में बैठने की क्षमता को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है और किसी भी यात्री को बस में खड़े होकर यात्रा की अनुमति नहीं है, इसलिए यात्रियों को बस स्टैंड पर लंबे इंतजार का सामना करना पड़ता है।
दिल्ली में 22 मई के बाद कोविड-19 के सबसे अधिक 1,796 नए मामले
बता दें कि राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को 22 मई के बाद एक दिन में कोविड-19 के सबसे अधिक 1,796 नए मामले आए। हालांकि, इस दौरान किसी संक्रमित की मौत दर्ज नहीं हुई। दिल्ली में संक्रमण दर भी बढ़कर 2.44 प्रतिशत तक पहुंच गई है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली में कोविड-19 के 1,313 नए मामले आए थे और संक्रमण दर 1.73 प्रतिशत दर्ज की गई थी। इसके साथ ही सात महीने में पहली बार यहां एक दिन में आने वाले नए मामलों की संख्या एक हजार के पार गई थी।
यहां के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया कि शुक्रवार को दैनिक आधार पर आने वाले नए मामलों की संख्या 1,796 तक पहुंच गई है, जबकि संक्रमण दर बढ़कर 2.44 प्रतिशत हो गई है। इससे पहले 22 मई को कोविड-19 के 2,260 मामले आए थे जबकि संक्रमण दर 3.58 प्रतिशत दर्ज की गई थी। उस दिन महामारी से 182 लोगों की जान भी गई थी।
दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि के बीच संक्रमण के नए मामलों की संख्या बढ़ी है। राजधानी में दिसंबर महीने के दौरान कोरोना से कुल नौ लोगों की मौत हुई जो गत चार महीनों में सबसे अधिक है। दिल्ली में अब तक महामारी से 25,107 लोगों की जान जा चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार तक कुल संक्रमितों की संख्या 14,48,211 थी जिनमें से 14.18 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं।
स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, गत 24 घंटे में 73,590 नमूनों की कोविड जांच की गई जिनमें से 62,812 नमूनों की आरटी-पीसीआर पद्धति से और शेष 10,778 नमूनों की रैपिड एंटीजन पद्धति से की गई।
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