दिल्ली में कम हो रही कोरोना संक्रमण दर, क्या राजधानी को मिलेगी बंदिशों से राहत? जानें क्या बोले सीएम केजरीवाल
गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली से जल्द से जल्द पाबंदियां हटाई जाएंगी, जिससे जिंदगी फिर से पटरी पर लौट सके।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली से जल्द से जल्द पाबंदियां हटाई जाएंगी, जिससे जिंदगी फिर से पटरी पर लौट सके। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष से दिल्ली समेत पूरी दुनिया कोरोना नाम की बीमारी से जूझ रही है।
कोरोना के चलते ढेर सारी गतिविधियां बंद पड़ी हैं। इसका असर लोगों के जीवन पर पड़ रहा है। तीसरी लहर के दौरान पाबंदियां लगी हैं, मगर बीते दस दिनों में कोरोना संक्रमण दर 20 फीसदी नीचे आ चुकी है। अब जल्द से जल्द पाबंदियों को भी हटाया जाएगा। हम भी चाहते हैं कि आर्थिक गतिविधियां चालू हों।
केजरीवाल ने कहा कि मुझे मालूम है कि पाबंदियों से लोगों का कारोबार बंद है। हम चाहते हैं कि ये खुलें। हमने बीते दिनों फाइल भी भेजी, मगर उपराज्यपाल की अपनी चिंताएं उन्होंने कुछ को मंजूरी दी, कुछ को नहीं दी। अब जब संक्रमण घट रहा है तो जल्द से जल्द पाबंदियां हटेंगी। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की यह तीसरी लहर चल रही है, लेकिन दिल्ली में पांचवीं लहर है।
अनुशासन और धैर्य काबिले तारीफ
कोरोना की सबसे ज्यादा मार दिल्लीवालों ने ही झेली है, क्योंकि कोरोना का यह वायरस बाहर से आने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के साथ आती है, इसलिए सबसे पहले दिल्ली में कोरोना पहुंचता है। उसके बाद भी दिल्ली की जनता ने जिस अनुशासन और धैर्य के साथ इसका सामना किया है, वह वाकई काबिले तारीफ है।
डॉक्टरों ने भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हम इससे निपटने के सभी इंतजाम कर रहे हैं। लोगों की जिंदगी बचाने के लिए पाबंदियां लगानी पड़ती है। अब दिल्ली में 100 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली और 82 फीसदी लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। युद्ध स्तर पर टीकाकरण जारी है।
हालात अब काबू में
केजरीवाल ने कहा कि ओमिक्रॉन की यह लहर बहुत ज्यादा तेजी से फैलती है, लेकिन थोड़ी हल्की है। 13 जनवरी को दिल्ली में 29 हजार केस आए थे। उसके बाद 15 जनवरी को सबसे अधिक संक्रमण दर लगभग 30 फीसदी तक पहुंची थी। अब 10 दिन के बाद 25 जनवरी को यह लगभग 10 से 10.50 फीसदी के करीब रह गई है। यह बताता है हालात नियंत्रण में है।