Delhi दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को नक्सलियों को मानवाधिकारों का सबसे बड़ा उल्लंघनकर्ता करार देते हुए कहा कि सुरक्षा बल विद्रोहियों के खिलाफ रक्षात्मक कार्रवाई करने के बजाय “आक्रामक अभियान” चला रहे हैं और हाल के दिनों में उन्हें बड़ी सफलता मिली है। नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी कहा कि वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) से प्रभावित सभी राज्य मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सुरक्षा स्थिति में सुधार के कारण पिछले लोकसभा चुनावों में माओवाद प्रभावित क्षेत्र में 70 प्रतिशत तक मतदान हुआ था। उन्होंने कहा कि इससे पहले इस क्षेत्र में शून्य मतदान हुआ था। शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर, कश्मीर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 13,000 से अधिक लोग हिंसा का त्याग कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने माओवादी आंदोलन में शामिल युवाओं से हथियार छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान किया और कहा कि सभी राज्यों ने उनके लिए लाभकारी पुनर्वास योजनाएं तैयार की हैं।