जेवर में नए एयरपोर्ट को लेकर टाटा प्रोजेक्ट्स और वाईआईएएल के बीच हुआ एग्रीमेंट, निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू
नॉएडा न्यूज़: जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण शुरू करने के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड एक कदम आगे बढ़ गए हैं। बुधवार को टाटा प्रोजेक्ट्स और वाईआईएएल के बीच ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) एग्रीमेंट साइन किया गया है। इस मौके पर दोनों कंपनियों ने कहा, "यह एक शानदार गठजोड़ है। जिसका फायदा भारत के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बनाने में मिलेगा।"
टाटा ग्रुप ने दिग्गज कंपनियों को पछाड़कर ठेका हासिल किया: आपको बता दें कि 2 दिन पहले ही देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को सौंपा गया है। टाटा प्रोजेक्ट्स इस परियोजना के लिए इंजीनियरिंग, निर्माण सामग्री की आपूर्ति और निर्माण से जुड़ी तमाम गतिविधियों को पूरा करेगी। वाईआईएपीएल की ओर से निकाले गए ग्लोबल टेंडर के लिए अंतिम रूप से तीन कंपनियों को चयनित किया गया था। इन तीनों कंपनियों में से अब टाटा प्रोजेक्ट को यह काम सौंप दिया गया है। टाटा ग्रुप ने जिन दो कंपनियों को पीछे छोड़ा है, उनमें साइरस मिस्त्री का पालोनजी शापूर्जी ग्रुप और लार्सन एंड टूब्रो शामिल हैं।
देश की नामचीन और चुनिंदा कंपनियों में शामिल है टाटा प्रोजेक्ट्स: देश में निर्माण परियोजनाओं पर काम करने के लिए टाटा प्रोजेक्ट का बड़ा नाम है। टाटा ग्रुप की यह कंपनी जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कें, मूलभूत सेवाएं, लैंडसाइड फैसिलिटी और एयरपोर्ट के लिए जरूरी इमारतों का निर्माण करेगी। आपको बता दें कि टाटा प्रोजेक्ट्स इस वक्त दिल्ली में संसद भवन की नई इमारत, मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक, ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के अलावा मुंबई, पुणे, दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद और चेन्नई में मेट्रो परियोजनाओं पर काम कर रही है।
भारतीय संस्कृति और स्विस टेक्नोलॉजी का संगम होगा नोएडा एयरपोर्ट: यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बताया गया है कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा भारतीय संस्कृति, आतिथ्य और स्विस टेक्नोलॉजी का संगम होगा। यह अत्याधुनिक, आत्मनिर्भर और भारतीय परंपराओं से प्रभावित आर्किटेक्चर पर बनेगा। कंपनी ने बताया कि इस हवाईअड्डे का निर्माण कुछ इस ढंग से किया जाएगा कि पर्यावरण को बिल्कुल भी नुकसान ना पहुंचे।यह एयरपोर्ट पूरी तरह डिजिटलाइज होगा। यहां से यात्री कॉन्टैक्टलेस यात्रा कर सकेंगे। परिवारों, बुजुर्गों और उद्यमी यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं इस हवाईअड्डे पर विकसित की जाएंगी।
पिछले साल 25 नवम्बर को नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 25 नंवबर को जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी। इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जा रहा है। ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी पहले चरण में 5,700 करोड़ रुपये निवेश कर रही है। इस एयरपोर्ट के 2024 में शुरू होने की उम्मीद है। शुक्रवार की सुबह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और टाटा प्रोजेक्ट्स के जॉइंट स्टेटमेंट में यह जानकारी दी गई है। बताया गया है कि टाटा प्रोजेक्ट्स नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इन्फ्रास्ट्रक्चर, रोड, युटिलिटीज, लैंडसाइट फैसिलिटीज और दूसरी इमारतों का निर्माण करेगी। टाटा प्रोजेक्ट्स को देश में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट बनाने का अनुभव है। इनमें संसद की नई इमारत, मुंबई में ट्रांस-हार्बर लिंक, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कई सेक्शन और कई शहरों के मेट्रो प्रोजेक्ट शामिल हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में भारतीय संस्कृति और स्विटरलैंड की टेक्नोलॉजी का संगम देखने को मिलेगा।