सीरम इंस्टीट्यूट ने नोवावैक्स कोरोना वैक्सीन के भारत में ट्रायल के लिए किया आवेदन
सीरम इंस्टीट्यूट पहले ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित कोरोना वैक्सीन, कोविशील्ड का बड़े पैमाने पर उत्पादन कर रहा है.
जनता से रिश्ता वेब डेस्क। नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने स्थानीय प्रशासन के समक्ष अमेरिकी वैक्सीन निर्माता नोवावैक्स (Novavax) के कोविड-19 टीके (COVID-19 jab) के डोमिस्टिक ट्रायल के लिए आवेदन किया है. ब्रिटेन में हुए ट्रायल में इस टीके को 89.3 फीसदी तक प्रभावी पाया गया है. यही नहीं, इसे ब्रिटेन में पाए गए कोरोना स्ट्रेन (UK corona variant) के खिलाफ भी असरदार पाया गया है. लेकिन फेस-3 के क्लीनिकल ट्रायल के नतीजे, अन्य परिणामों की तुलना में एक हद तक कुछ निराश करने वाले हैं यह बताते हैं कि यह वैक्सीन, दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना स्ट्रेन के खिलाफ अधिक असरदार नहीं है. दक्षिण अफ्रीका में मिला यह कोरोना स्ट्रेन (South Africa corona variant) तेजी से दुनिया में फैल रहा है.