कोरोना महामारी के दौरान, जाने दैनिक जीवन में आयुर्वेद का महत्व

पिछले कुछ वर्षों में महामारी ने लोगों, अर्थव्यवस्था और दवा के बीच तबाही मचा दी है. मेडिकल उद्योग पर दबाव पहले से ज्यादा बढ़ गया है. भारत में लोगों ने अपनी जड़ों की तरफ वापसी कर लिया है और शुद्ध जीवनशैली को अपना लिया है.

Update: 2021-07-04 08:38 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पिछले कुछ वर्षों में महामारी ने लोगों, अर्थव्यवस्था और दवा के बीच तबाही मचा दी है. मेडिकल उद्योग पर दबाव पहले से ज्यादा बढ़ गया है. भारत में लोगों ने अपनी जड़ों की तरफ वापसी कर लिया है और शुद्ध जीवनशैली को अपना लिया है. उन्होंने अपने विकल्पों को एहतियाती हेल्थकेयर से प्राकृतिक उपचार की तरफ इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए शिफ्ट कर लिया है. आयुर्वेद ने महामारी के वर्षों में मजबूत जगह बना ली है और दवा की पसंदीदा शक्ल के तौर पर बढ़ोतरी जारी है. ज्यादा से ज्यादा लोग इसे स्वीकार कर रहे हैं और आयुर्वेद और उसके फायदों के बारे में जान रहे हैं. जानना चाहिए कैसे और क्यों आयुर्वेद एक अच्छा विकल्प है, विशेषकर बात जब महामारी के बाद की दुनिया में स्वस्थ रहने की हो.

विश्वसनीय परंपरा- आयुर्वेद सदियों के अभ्यास द्वारा समर्थित और प्रकृति से प्रेरित और लिए गए अनूठे नियमन हैं. भारत प्रकृति के साथ अपने संबंध के लिए जाना जाता है. हमारे पास सांस की तकनीक जैसे प्राणायाम है. उसके कई स्वास्थ्य फायदे हैं. योग और मेडिटेशन दुनिया भर में अपनाया और अभ्यास किया गया है. उसकी वैश्विक अपील है और महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रभावी है. ये किसी शख्स को आधुनिक उपचार के लिए ग्रहणशील और अधिक लचीला बनाता है.

इम्यूनिटी बढ़ाता है- आयुर्वेद इम्यूनिटी बढ़ानेवाले फायदे उपलब्ध कराता है. ये सभी प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं को फायदा पहुंचानेवाला जाना जाता है. सबसे बड़ा फायदा साइड-इफेक्ट रहित होना है जो हर आयु वर्ग के लोगों और चिह्नित स्वास्थ्य स्थितियों वालों के लिए पूरी तरह सुरक्षित बनाता है. मिसाल के तौर पर काढ़ा, कोरोना संक्रमण काल में जबरदस्त हिट साबित हुआ. उसने सुरक्षा लोगों को एहसास दिलाया, इम्यूनिटी बनाने में मदद की और बाहरी फैक्टर से लड़ने की शरीर को ताकत दी. आयुर्वेद का आसान नियमन प्रकृति से प्राप्त सामग्रियों के स्वाभाविक गुणों का सार रखता है. ये शुद्ध सामग्रियां नई तब्दीलियों को स्वीकार करने में शरीर की मदद करती हैं और एक तरह से ऐसी इम्यूनिटी बनाती हैं जिसे नष्ट करना मुश्किल है.

पानी साफ करता है- आयुर्वेद शुद्धता के सिद्धांत पर आधारित है, ये साफ गैर दूषित पानी के महत्व को पहचानता है. ये दूषित और जहरीले पानी के खतरों को बताता है. उबला पानी उसके नुकसानदेह बैक्टीरिया को मार देता है और बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है. ये महामारी के प्रभावों को काबू करने में भी मदद करता है. धूप के संपर्क में आने से पानी फायदेमंद भी जाना जाता है. आयुर्वेद का भविष्य अब तक उज्जवल नजर आ रहा है, दावों की पड़ताल में बहुत सारे वैज्ञानिक रिसर्च किए जा रहे हैं.

Tags:    

Similar News

-->