कोरोना वैक्सीन की प्रत्येक शीशी में होगीं इतनी खुराक, खुलने के 4 घंटे के अंदर ही इस्तेमाल जरुरी
देश में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण अभियान संभावित है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण अभियान संभावित है। सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 वैक्सीन की प्रत्येक शीशी में 10 खुराक होगीं, जिन्हें पैकिंग खुलने के 4 घंटे के अंदर ही इस्तेमाल करना होगा। सरकार ने वैक्सीन वायल्स(शीशी) मॉनिटर्स की अनुपलब्धता को इसके पीछे का कारण बताया है। खबरों की माने तो सरकार का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए वह वैक्सीन के खुलने के बाद ज्यादा लम्बे समय तक उसको स्टोर करने या उसे इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दे सकती है।
सरकार ने उदाहरण देते हुए कहा कि यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) के तहत कुछ वैक्सीनों को शीशी के खुलने के चार हफ्ते बाद तक इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ऐसा वीवीएम के बिना नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वे प्रमुख संकेतक प्रदर्शित करते हैं, विशेष रूप से भंडारण के तापमान को लेकर, जो शीशियों को सही ढंग से स्टॉक करने और परिवहन में मदद करता है। सरकार के अनुसार कोरोना वायरस की वैक्सीन वाली शीशी पर वीवीएम्स और एक्सपायरी डेट नहीं होगी और कोल्ड चेन के जरिए ही शीशियों का रख-रखाव किया जाएगा।
इसलिए कोसोना की वैक्सीन को हम लंबे समय तक इस्तेमाल करने की अनुमती नहीं दे सकते। खबरों के अनुसार वैक्सीन की शीशी पर ओपन वायल पॉलिसी लागू नहीं होगी और टीकाकरण अधिकारी ही खुली हुई शीशी पर तारीख और समय डालेंगे।
इसके साथ-साथ खोलने के चार घंटे के अंदर ही खुली हुई शीशी का इस्तेमाल करना होगा। सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि प्रत्येक साइट पर एक पर्यवेक्षक को यह सुनिश्चित करना होगा कि टीके वाहकों का तापमान ठीक हो और उसके तापमान को भी रिकॉर्ड करना होगा।