कोरोना के चलते यूरोपीय देशों में ICU बिस्तरों और स्वास्थ्य कर्मियों की आई कमी, वहीं फ्रांस में 92 फीसदी मामले बढ़े

आईसीयू कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज का आखिरी मोर्चा है और यूरोप इस मोर्चे पर कमजोर पड़ रहा है

Update: 2020-11-10 14:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहे यूरोपीय देशों में आईसीयू बिस्तरों और स्वास्थ्यकर्मियों की कमी हो रही है। इटली के अस्पतालों के बाहर एम्बुलेंसों की कतार देखी जा सकती हैं जबकि फ्रांस में आईसीयू इकाईयां 92 फीसदी तक भर चुकी हैं। स्पेन के बार्सिलोना के आईसीयू में डॉक्टर मरीजों की बढ़ती संख्या से जूझ रहे हैं।


आईसीयू कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज का आखिरी मोर्चा है और यूरोप इस मोर्चे पर कमजोर पड़ रहा है क्योंकि यहां बिस्तरों और मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों और नर्सों की कमी हो रही है। कई स्वास्थ्य अधिकारी कड़ी पाबंदियों को लगाने की वकालत कर रहे हैं और आगाह कर रहे हैं कि अगर और बिस्तर जोड़ भी लिए जाएं तो मरीजों के इलाज के लिए प्रशिक्षित डॉक्टरों और नर्सो की कमी है।

फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने बताया कि फ्रांस में पिछले बसंत मौसम से अब तक 7000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों ने आईसीयू का प्रशिक्षण हासिल किया था। नर्सिंग छात्रों, इंटर्न और पराचिकित्सकों सभी की सूची तैयार की गई थी। यहां 92.5 फीसदी तक आईसीयू भरे हैं और मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। वही इटली में राष्ट्रीय डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रमुख फिलिपिनो एनेली ने बताया कि मौजूदा संक्रमण दर के हिसाब से जल्द ही ऐसा समय आएगा कि मरीजों के लिए डॉक्टर मौजूद नहीं होंगे।

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