अगले साल जनवरी-फरवरी में कोरोना की दूसरी लहर आने की आशंका, महाराष्ट्र सरकार ने कहा- 'जांच में कोताही ना बरती जाए'

यूरोप में जो हो रहा है उसके आधार पर दूसरी लहर की आशंका जतायी जा रही है

Update: 2020-11-13 09:51 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगले साल जनवरी-फरवरी में कोरोना वायसरस महामारी की दूसरी लहर आने की आशंका जताते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि जांच में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए. राज्य सरकार के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय से 11 नवंबर को जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि अगले साल जनवरी-फरवरी में महामारी की दूसरी लहर आने की आशंका है.


इसमें कहा गया है कि यूरोप में जो हो रहा है उसके आधार पर दूसरी लहर की आशंका जतायी जा रही है. सर्कुलर में कहा गया है कि अक्टूबर से महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में कमी देखी गयी है. इसमें कहा गया है कि वायरस की दूसरी लहर से कई देश प्रभावित हुये हैं खास तौर से यूरोप में.


सर्कुलर के अनुसार कोरोना वायरस की जांच में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिये और सभी प्रयोगशालायें भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के दिशा निर्देशों के अनुरूप काम करेंगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, प्रत्येक दस लाख लोगों पर 140 जांच होनी चाहिए.


सरकार की ओर से जारी इस दस्तावेज में कहा गया है कि सभी जिलों में और नगर निगम के दायरे में कोरोना जांच के लिये प्रयोगशालायें होनी चाहिये. इसमें कहा गया है कि यह समय की मांग है कि हम कोरोना के मरीजों एवं जिन लोगों को सांस लेने में समस्या है, उनके स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुये पटाखा मुक्त दीपावली मनायें.


सर्कुलर में लोगों से अपील की गयी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें एवं तनाव न लें. महाराष्ट्र में 12 नवंबर तक कोरोना वायरस संक्रमण के 17,36,329 मामले सामने आ चुके हैं और 45,682 की मौत हो चुकी है.

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